वापसी के एलान के बाद पेट्रोल पंप-ज्वेलरी शॉप पर बढ़ा 2000 के नोटों का इस्तेमाल, कई शहरों में यही हाल
नई दिल्ली, एजेंसी। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को 2000 के नए नोटों को वापस लेने के आदेश जारी किए थे, जिसके बाद से लोग एक बार फिर घबरा गए हैं। इस वजह लोग अपने पास रखे 2000 के नोटों को ज्वैलरी और पेट्रोल पंप पर भुनवा रहे हैं। ऐसे हालत सिर्फ एक शहर के नहीं है, बल्कि औरंगाबाद, कोलकाता और नई दिल्ली सहित कई शहरों के हैं।
कोलकाता के पेट्रोल पंप्स पर 2000 के नोटों के इस्तेमाल में 100 गुना से अधिक की बढ़ोत्तरी हुई है। जबकि, ज्वेलर्स पर 2000 के नोटों का इस्तेमाल करीब 20 प्रतिशत तक बढ़ गया है। पश्चिम बंगाल पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रसेनजीत सेन का कहना है कि पहले दिन में 10 से 15 2000 के नोट मिलते थे। शुक्रवार को आरबीआई की घोषणा के बाद से 2,000 रुपए के नोटों के इस्तेमाल में बढ़त हो गई है। पहले जहां दिन में 10-15 नोट दो हजार के मिला करते थे वह आंकड़ा अब बढ़कर 130-140 हो गया है।
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के पश्चिम बंगाल के अध्यक्ष अशोक बेगानी ने कहा कि 2016 में तो रातों-रात नोटबंदी हो गई थी। इसलिए अब कोई घबराहट नहीं है। ज्वेलर बछराज बमलवा ने बताया कि आदेश के बाद से 15-20 प्रतिशत नोटों का इस्तेमाल अधिक बढ़ गया है।
सेन का दावा है कि कुछ बैंक शाखाएं दो हजार का नोट बदलने के लिए काफी पूछताछ कर रहीं हैं। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सीजीएम (कोलकाता सर्कल) प्रेम अनूप सिन्हा ने बताया कि दो हजार के नोटों को जमा करने के बाद आपको वापस उतने ही नोट दिए जाएंगे। घबराने की आवश्यकता नहीं है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को कहा कि आशा है कि 30 सितंबर तक दो हजार के अधिकतर नोट वापस आ जाएंगे। इससे अर्थव्यवस्था पर मामूली सा प्रभाव पड़ेगा। बाजार में दूसरे नोट पर्याप्त मात्रा में हैं। 2000 के नोट बाजार में सिर्फ 10 प्रतिशत ही है।
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पेट्रोल पंपों पर भी दो हजार के नोटों के इस्तेमाल में बढ़ोतरी हुई है। पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (पीडीए) के सचिव अकील अब्बास ने कहा कि पहले बहुत कम ग्राहक ही 2 हजार के नोटों का इस्तेमाल करते थे। लोगों को नोट बदलने का समय दिया गया है। नोट बैंक में जमा करने पर कोई सवाल-जवाब होंगे नहीं, इसलिए हम लोग भी 2000 का नोट लेकर सुचारू रूप से व्यापार कर रहे हैं।
अखिल भारतीय पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय बंसल का कहना है कि 100-200 रुपए का पेट्रोल भरवाने के बाद भी लोग दो हजार का नोट ही दे रहे हैं। पेट्रोल पंप पर इस वजह से खुले पैसों की तंगी हो गई है। करीब 90 प्रतिशत भुगतान 2000 के नोटों से ही किया जा रहा है। हालांकि, संचालक रोजाना बैंक में पैसे जमा करवा रहे हैं।