यमुनोत्री और बदरीनाथ धाम में हुई बारिश, कई जिलों में ओलावृष्टि के आसार
देहरादून। उत्तराखंड में मंगलवार देर रात हुई बारिश के बाद सुबह मौसम साफ रहा। लेकिन दोपहर बाद ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम ने फिर करवट बदली। यमुनोत्री धाम सहित आसपास के क्षेत्र में तेज गर्जना और हवा के साथ बारिश शुरू हो गई।
यमुनोत्री धाम के पुरोहित मनमोहन उनियाल ने बताया कि यमुनोत्री धाम में दो घंटे से लगातार बारिश हो रही है। जिसके चलते यात्रियों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। धाम में भारी बारिश के कारण श्रद्धालु अलग-अलग जगहों पर रुककर आगे बढ़ रहे हैं।
बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश हुई, जबकि निचले क्षेत्रों में दिनभर आसमान में बादल छाए रहे, जिससे मौसम में ठंडक आ गई है। सुबह से ही आसमान में हल्के बादल छाए थे, दोपहर बाद ऊंचाई वाले क्षेत्रों से घने बादल घिर आए और बारिश शुरू हो गई। बदरीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों ने बारिश के बीच ही भगवान बदरीनाथ के दर्शन किए। हेमकुंड साहिब में भी बारिश हुई, जिससे तीर्थयात्रियों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ा। नीती और माणा घाटियों में भी बारिश होने से मौसम ठंडकभरा हो गया है।
शहर में मंगलवार रात और बुधवार को सुबह से रुक-रुककर हो रही बारिश से मौसम सुहाना हो गया है। पारा 24 से लुढ़कर 18 डिग्री पहुंचने पर पर्यटकों ने भी जमकर मौसम का लुत्फ उठाया। उधर, बारिश के कारण मालरोड में कई जगह जलभराव होने से स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को परेशानी झेलनी पड़ी। मसूरी में एक बार फिर ठंड लौट आने से लोगों ने गर्म कपड़े निकाल लिए हैं। वहीं, व्यापारियों में भी पर्यटकों के उमड़ने की उम्मीद जग गई है। देर शाम तक मसूरी में बादल छाये रहे और रुक-रुककर हल्की बूंदाबांदी जारी रही।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार बुधवार को उत्तराखंड के उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है। वहीं, दून में आंशिक रूप से बादल छाने का अनुमान है। कुछ इलाकों में बारिश के साथ ओलावृष्टि हो सकती है। वहीं, मैदानी इलाकों में 50 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।