मौर्य के बयान पर शंकराचार्य ने आपत्ति जताई
चमोली। ज्योतिष पीठ के बद्रीकाश्रम के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने बद्रीनाथ मंदिर को बौद्घ तीर्थ मठ कहे जाने पर घोर आपत्ति जताई है। शंकराचार्य ने कहा बद्रीनाथ सतयुग से ही करोड़ों हिन्दुओं, सनातन धर्मियों की आस्था का धाम है। भगवान बदरी विशाल इस पवित्र धाम में लोक कल्याण के लिए तप रत है। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कहा स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए पहले रामचरित मानस पर टिप्पणी की और अब बदरीनाथ जो सदैव से हिन्दुओं का नाम है। उसे बौद्घ मठ कह रहे हैं। जिसका न कोई आधार है। न औचित्य न प्रमाण। ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य ने कहा स्वामी प्रसाद मौर्य न इतिहास कार हैं और न धार्मिक जानकारी रखने वाले। शंकराचार्य ने कहा बद्रीनाथ को स्वामी प्रसाद मौर्य किस आधार पर बौद्घ तीर्थ कह रहे हैं। अगर उनके पर कोई प्रमाण है । तो सामने लायें। वरना इस तरह की आधारहीन बात कदापि न करें। शंकराचार्य ने कहा स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयान को शीघ्र वापस लें । ज्योतिष पीठ बद्रीकाश्रम के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा उन्होंने इस विषय पर स्वामी प्रसाद मौर्य से फोन पर वार्ता का प्रयास भी किया। पर बात नहीं हो सकी। शंकराचार्य ने कहा हिन्दुओं ने कभी किसी अन्य मतावलंबी, धर्म के स्थान पर मंदिर नहीं बनाया। शंकराचार्य ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान पर समाज वादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को भी अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस प्रकार के बयानों से करोड़ों हिन्दुओं की आस्था को चोट पहुंची है।