चमोली। चमोली जनपद के नारायणबगड़ में नारायणबगड़-परखाल मोटर मार्ग पर बना पुल जर्जर हालत में है। पुल ढहने का खतरा बना हुआ है, लेकिन शासन-प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी सुध नहीं ले रहे हैं। नारायणबगड़-परखाल मोटर मार्ग कड़ाकोट पट्टी के कई गांवों को जोड़ने वाला यह मोटर पुल है।
मोटर पुल पर प्रतिदिन सैकड़ों की तादाद में स्कूलों बच्चों का आवागमन रहता है, ग्रामीणों का ब्लाक मुख्यालय का संपर्क इसी मार्ग से जुड़ा हुआ है। हालांकि लोक निर्माण विभाग ने भारी वाहनों के लिए प्रवेश पर पाबंदी लगाई है, परंतु उसके बावजूद भारी वाहन धड़ल्ले से भारी वाहन पुल से गुजर रहे हैं। भारी वाहनों की आवाजाही से दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। यह मार्ग नारायणबगड़-परखाल का मुख्य मार्ग है, जहां पर छोटी-बड़ी गाडिघ्यां इस क्षतिग्रस्त पुल के ऊपर से गुजरती हैं। पुल को क्षतिग्रस्त हुए काफी समय बीत जाने के बावजूद जिम्मेदार शासन-प्रशासन केअधिकारी-कर्मचारी पुल के मरम्मत पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। लगता है कि प्रशासन को किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार है। पुल में लगी गार्डर भी टेढ़ी हो गई है, आए दिन छोटी-मोटी दुर्घटनाएं घटित होना आम बात हो गई हैघ्घ्। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शासन- प्रशासन को भी अवगत करा चुके हैं, परंतु शासन-प्रशासन की उदासीन रवैये के चलते राहगीर दुघर्टना का शिकार हो रहे हैं। स्थानीय ग्रामीणों व राहगीरों ने विभाग से मोटर मार्ग की शीघ्र से शीघ्र मरम्मत की मांग की है, जिससे कोई बड़ी दुर्घटना घटित ना हो सके।