राजस्थान: कमेटियों की बैठकों में उलझ रही कांग्रेसी उम्मीदवारों की सूची
संपाल, एजेंसी। मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में भाजपा के उम्मीदवारों की सूची आने के बाद अब सबकी निगाहें राजस्थान पर टिकी हुई हैं। इस राज्य में भाजपा और कांग्रेस ने अभी तक अपने प्रत्याशियों की एक भी सूची जारी नहीं की है। लेकिन अब कयास लगाए जा रहे हैं कि अक्तूबर के शुरुआती हफ्तों में दोनों पार्टी की पहली सूची जारी हो सकती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जयपुर में 30 सितंबर और एक अक्तूबर को होने वाली मीटिंग में सभी पर्यवेक्षक सीनियर ऑब्जर्वर मधुसूदन मिस्त्री को रिपोर्ट सौंपेंगे। इस रिपोर्ट में बताया जाएगा कि किस सीट से किस-किस का नाम निकल कर आ रहा है। कौन जीतने वाला है, कौन हारने वाला है। इसके साथ ही जिन सीटों पर पिछले चुनाव में कांग्रेस की हार हुई, उनका पूरा ब्योरा भी होगा। इसमें बताया जाएगा कि किस वजह से पार्टी के उम्मीदवार हारे, ताकि इस बार वहां समीकरण सुधारकर पिछली गलतियों को नहीं दोहराया जाए।
फिर दो दिन की मीटिंग के बाद मिस्त्री अपनी रिपोर्ट कांग्रेस हाईकमान को सौंपेगे। चूंकि मधुसूदन मिस्त्री केंद्रीय चुनाव समिति में भी शामिल हैं। इसलिए जब स्क्रीनिंग कमेटी की ओर से सौंपे जाने वाले पैनल पर सीईसी में चर्चा होगी, तो मिस्त्री की रिपोर्ट की भूमिका भी अहम रहेगी। कांग्रेस में टिकटों के चयन के लिए फाइनल दौर 2 अक्तूबर के बाद शुरू होगा। प्रदेश इलेक्शन कमेटी अपना पैनल स्क्रीनिंग कमेटी को सौंपेंगी। पैनल में एक से लेकर तीन नाम होंगे। स्क्रीनिंग कमेटी इस पर अपनी राय के साथ संभावित दावेदारों की सूची केंद्रीय चुनाव समिति को भेजेगी।
इसके बाद केंद्रीय चुनाव समिति में स्क्रीनिंग कमेटी और मधुसूदन मिस्त्री की टीम की ओर से सौंपे जाने वाले पैनल पर मंथन होगा। तीनों कमेटियों के निचोड़ के आधार पर केंद्रीय चुनाव समिति फाइनल फैसला करेगी। यानी सितंबर तक ज्यादातर चेहरे सामने लाने के दावे करने वाली कांग्रेस की पहली सूची की संभावना 15 अक्तूबर से पहले आते दिखाई नहीं दे रही है।