क्या नवाब मलिक ने दिया अजित पवार गुट को समर्थन? राकांपा नेता जयंत पाटिल ने दिया बड़ा बयान
मुंबई, एजेंसी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अजित पवार गुट ने हमेशा 42 विधायकों के समर्थन का दावा किया था। हालांकि, सिर्फ 41 विधायकों के नाम सामने आ रहे था। नवाब मलिक को तटस्थ बताया जा रहा था। हालांकि अब चुनाव आयोग को सौंपी गई सूची में यह बात सामने आई है कि अजित पवार गुट को समर्थन देने वाले 42वें विधायक कोई और नहीं, बल्कि धन शोधन के मामले में जेल में बंद नवाब मलिक थे।
मलिक ने महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार में मंत्री रहते हुए भाजपा के खिलाफ हमले का नेतृत्व किया था। हालांकि, जब उन्हें स्वास्थ्य आधार पर रिहा किया गया तो उन्हें मीडिया से बात करने से रोक दिया गया। इसलिए उनका रुख स्पष्ट नहीं था। हालांकि, चुनाव आयोग के समक्ष पेश की गई समर्थकों की सूची में उनकी स्थिति स्पष्ट कर दी गई थी।
मलिक को दाऊद इब्राहिम की बहन के साथ कथित लेन-देन के मामले में जेल भेजा गया था। पार्टी के विभाजन के दौरान वह जेल में थे। अजीत पवार ने उनकी रिहाई की कोशिश की और इसलिए यह अनुमान लगाया गया कि वह अजित पवार गुट का साथ देंगे। चुनाव आयोग को सौंपी गई सूची से इन अटकलों की पुष्टि हुई है।
वहीं, नवाब मलिक द्वारा अजित पवार गुट को समर्थन देने की खबरों पर राकांपा (शरद पवार गुट) के नेता जयंत पाटिल ने कहा, ‘मुझे नहीं पता… हमारे पास जानकारी नहीं है। अदालत ने उन्हें जमानत दे दी है, और उनके मीडिया से बात करने पर रोक लगा दी गई है। इसलिए उन्होंने कोई राजनीतिक बयान नहीं दिया है। हमारे पास इस बात की जानकारी नहीं है कि उन्होंने किसी को हलफनामा दिया है या नहीं।’
कांग्रेस ने रविवार को इजरायल के लोगों पर हमलों की निंदा करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की हिंसा कभी कोई समाधान नहीं देती है और इसे रुकना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी का हमेशा मानना रहा है कि इजरायली लोगों के वैध राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को सुनिश्चित करते हुए बातचीत और वार्ता की प्रक्रिया के माध्यम से फलस्तीनी लोगों की वैध आकांक्षाएं पूरी की जानी चाहिए।