Uncategorized

इंजीनियरिंग कॉलेज में साइबर अपराध पर मंथन

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

अल्मोड़ा। बिपिन त्रिपाठी कूमांऊ प्रौद्योगिकी संस्थान में चल रहे पांच दिवसीय आनलाइन कार्यशाला के चौथे रोज साइबर अपराध को रोकने में इंटरनेट की उपयोगिता पर विशेषज्ञों ने विचार रखें। इसमें उत्तराखंड साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च सेन्टर यूसर्क देहरादून द्वारा आयोजित कार्यशाला में एचसीएच के प्रंबधक लोकेश शर्मा ने साइबर अपराध को रोकने में इंटरनेट ऑफ थिंग्स की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कई तकनीकी उपाय सुझाये। उन्होंने थ्रेट इंटलीजेंस की प्रक्रिया के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। एचसीएच के साइबर सेक्यूरिटी प्रंबधक सौरभ माहेश्वरी ने आईओटी उपकरणों के बारे में बताते हुए साइबर अपराध के खिलाफ लड़ने की क्षमता के बारे में बताया गया। एनआईटी रायपुर से कम्यूटर साइंस के विभागाध्यक्ष डा़ प्रदीप सिंह द्वारा इंटरनेट ऑफ थिंग्स में मशीन लर्निग की उपयोगिता को विस्तार से बताया गया। कार्यशाला में बीटीकेआईटी के निदेशक प्रो़ वीएम मिश्रा ने भी आधुनिक भारत में इंटरनेट ऑफ थिंग्स को महत्वपूर्ण बताते हुए अपराधों को रोकने में इसे मददगार कहा। शुक्रवार को कार्यशाला का समापन होगा। इस अवसर पर रजिस्टार प्रो़ अजीत सिंह, कार्यक्रम संयोजक डा़ आरके भारती, सह संयोजक डा़ अर्चना वर्मा आदि भी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!