गंगा का आशीर्वाद सभी नदियों को मिले
हरिद्वार। मातृ सदन आश्रम में आयोजित विश्व तीर्थ बचाओ अभियान सम्मेलन में कलश पूजा का आयोजन किया गया। इस दौरान विभिन्न नदियों के जल को एक कलश में एकत्रित किया गया। साथ ही कलश में गंगा जल मिलाया गया, ताकि गंगा का आशीर्वाद सभी नदियों को मिले और सभी नदियां पुनर्जीवित हो सकें। कलश पूजा के बाद एकत्रित जल को गंगा में प्रवाहित किया गया। गुरुवार को विश्व तीर्थ बचाओ अभियान दल के 12 देश के सदस्यों ने अपनी मान्यताओं और परंपराओं के अनुसार मातृ सदन में गंगा की पूजा अर्चना की। इस दौरान सम्मेलन को संबोधित करते हुए स्वामी शिवानंद ने कहा कि जीवन के मूल को समझने के लिए संतों के पास जाकर धर्म के मूल तत्व को समझना जरूरी है। जब अग्नि की एक चिंगारी के संपर्क में सूखे पत्ते आते हैं तो सूखे पत्ते अग्नि को पकड़ लेते है। ठीक इसी प्रकार कोई साधक जब सद्गुरु के संपर्क में आता है। तभी जीवन में ज्ञान रूपी प्रकाश संभव है। सभी धर्म और मान्यताओं का सम्मान किया जाना चाहिए। सम्मेलन के दौरान तीर्थों पर जल की रक्षा, जलवायु परिवर्तन, खाद्य सुरक्षा, तीर्थों का ह््रास, मानवीय मूल्यों का ह््रास इत्यादि विषय पर चर्चा की गई।