बाजपुर में प्रकाश पर्व पर गुरुवाणी का रसपान कराया
काशीपुर। सिक्खों के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के शुभ अवसर पर गुरुद्वारा सिंह सभा में विशाल धार्मिक समागम का आयोजन किया गया। इस समागम में दूर दराज से आये पंथ के प्रचारकों ने गुरुवाणी का रसपान कराया। सोमवार को गुरुद्वारा सिंह सभा के दीवान हल में धार्मिक समागम का आयोजन किया गया। इस समागम में पहुंचे कथावाचकों ने गुरुवाणी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु नानक देव जी महाराज ने अपना संपूर्ण जीवन मानवता की भलाई में लगा दिया। उन्होंने कभी मानवता में भेदभाव नहीं किया। हिंदू मुसलमान सब उनको अपना आदर्श मानते थे। उन्होंने कहा कि उन्हीं के आशीर्वाद से आज भी सिक्ख हमेशा दीन दुखियों की मदद करते हैं। इस दौरान रागी जत्थों, ढाडी जत्थों ने अपने-अपने अंदाज में गुरवाणाी पर प्रकाश डाला। वहीं पाठ के बाद भोग डाला गया तथा गुरु का लंगर बरताया गया। उधर गुरुद्वारा नानकसर ठाठ गजरौला में भी धामिक समागम का आयोजन किया गया। यहां भी दूर दराज से पहुंचे गुरु के प्यारों ने गुरु की महिमा का बखान किया। गांव भजुवानगला स्थित श्री गुरुद्वारा साहिब में सिख धर्म के प्रवर्तक और प्रथम गुरु, भक्ति और ज्ञान से ओतप्रोत अपनी वाणी से विश्व समाज में क्रान्तिकारी परिवर्तन लाने वाले विश्वबंधु, महान दार्शनिक, समाज सुधारक श्री गुरुनानक देव जी के 554 वें प्रकाश पर्व पर दीवान सजाए गए। क्षेत्र भर से पहुंची संगत ने मत्था टेका। गुरु का अटूट लंगर बरताया गया। बाबा शमशेर सिंह व रागी जत्थों ने गुरु महिमा का बखान किया।
ये लोग रहे मौजूद
इस मौके पर बाबा प्रताप सिंह, कुलविंदर सिंह किंदा, हरदयाल सिंह, मेजर सिंह, संतोख सिंह, अरमजीत सिंह, हरजिंदर सिंह, अवतार सिंह, जैल सिंह, अवतार सिंह, हरविंदर सिंह, बलवन्त उप्पल, तीरथराम वधौन, ओमप्रकाश सरना, रवि सरना, सन्नी वधौन, पंकज सरना, सुच्चा सिंह, अनमोल सरना, कुन्दन लाल, दर्शन सिंह, कुलवन्त उप्पल एडवोकेट, मंगतराज विनायक, अजय विनायक, जसविन्दर सिंह कक्कड़ आदि थे।