सिलक्यारा सुरंग और चमोली एसटीपी वाली कंपनी का आपस में संबंध: कांग्रेस
देहरादून। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि सिलक्यारा में सुरंग बनाने वाली कंपनी के संबंध चमोली में एसटीपी हादसे के लिए जिम्मेदार कंपनी से है। कांग्रेस ने सरकार पर आपदा को ईवेंट बनाने का आरोप लगाते हुए, सुरंग खोलने में अहम भूमिका निभाने वाले रैट माइनर्स को सम्मानित करने की घोषणा की है। शुक्रवार को कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि श्रमिकों को बचाने में सभी लोगों का योगदान था, खासकर रैट माइनर्स का। कांग्रेस नेता भी इस खुशी में सीएम आवास में आयोजित ईगास में शामिल होना चाहते थे, लेकिन सरकार की तरफ से काई पहल नहीं की गई। हरीश रावत ने कहा कि विपक्ष यदि जायज सवाल भी खड़ा करता है तो भाजपा नेता आक्रामक रुख अपनाते हैं। बकौल रावत भाजपा नेता टनलबाज की तरह व्यहार कर रहे हैं, जबकि इस मामले में संतुलित राय अपनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार आने के बाद चारधाम रोड और कर्णप्रयाग रेल लाइन की मूल डीपीआर में बदलाव कर अधिक से अधिक पहाड़ कटान और सुरंग बनाने पर जोर दिया गया। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने आरोप लगाया कि चमोली एसटीपी हादसे के लिए जिम्मेदार कंपनी का संबंध सिलक्यारा सुरंग बनाने वाली कंपनी से भी है। तब भी सरकार ने एफआईआर के बावजूद कंपनी के मूल मालिकों के नाम टुपा दिए थे, सरकार जनता के बजाय कंपनी के हितों को देख रही है।
आपदा को बनाया गया ईवेंट
प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि सरकार ने सुरंग खोलने के लिए रैट माइनर्स की सेवाएं लेने का सुझाव सबसे पहले उत्तराखंड के निवासी वरुण अधिकारी ने दिया था, लेकिन सरकार ने उनका नाम तक नहीं लिया। माहरा ने कहा कि कांग्रेस विधायक रैट माइनर्स को अपनी एक माह का वेतन देकर सम्मानित करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार आपदा को निजी ईवेंट की तरह पेश कर रही है। नेता विपक्ष यशपाल आर्य ने अनलाइन अपनी बात रखते हुए कहा कि परियोजना के लिए तय आपदा बजट कहां खर्च किया गया यह स्पष्ट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायकों ने रैट माइनर्स को सम्मानित करने के लिए एक माह का वेतन देने का निर्णय लिया है। पूर्व विधायक गणेश गोदियाल और विजयपाल सजवाण ने भी विधायकों के बराबर योगदान देने की घोषणा की। इस मौके पर मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी, प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट भी उपस्थित रहे।