सिद्धबली वार्षिकोत्सव का दूसरा दिन: हेमा नेगी करासी के जागरों पर झूमे श्रद्धलु
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : श्री सिद्धबली बाबा वार्षिकोत्सव अनुष्ठान महोत्सव के दूसरे दिन सिद्धबली मंदिर परिसर में लोकगायिका हेमा नेगी करासी व साथियों की प्रस्तुति ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। भजनों को सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हुए थे।
शनिवार को भजन संध्या का शुभारंभ ‘माता नंदा की प्रस्तुति’ से हुई। इसके बाद लोकगायिका हेमा नेगी करासी के भजनों का ऐसा जादू चढ़ा कि श्रोता मदमस्त हो अपने स्थान पर नाचने लगे। उन्होंने ‘प्रथमे इंद्र को ध्यान जाग…’, ‘मेरी भग्यानी बो…’, ‘बामणी रे बामणी…’ ‘खोल दें माता खोल भवानी..’ सहित अन्य भजनों की प्रस्तुतियों से श्रोताओं का मन मोह लिया। महोत्सव के दूसरे दिन मंदिर में भारी तादाद में मेले में श्रद्धालु उमड़े। मंदिर परिसर को जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी वाहनों का लंबा जाम लगा हुआ था। व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए मंदिर समिति व पुलिस को पसीना बहाना पड़ा। मंदिर की ओर चार पहिया वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद की गई थी। मेले के दौरान चल रहे विशाल भंडारे में भी बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
सजी रही दुकानें
मेले में उमड़ने वाली भीड़ से दो पैसे कमाने की आस में छोटे व्यापारी अपनी छोटी-छोटी दुकानें सजाए बैठे हैं। मुख्य बाजार के साथ ही गिवईं स्रोत से लेकर वन विभाग, सिद्धबली पुल व सनेह रोड के दोनों ओर विभिन्न तरह की दुकानें सजाई गई हैं। खिलौने, फास्टफूड से लेकर मिठाई व खाने की छोटी दुकानें मेले की रंगत बढ़ा रही हैं।