नाथुवाखान हरिनगर के ग्रामीण 13 सूत्रीय मांगो को लेकर अनशन पर बैठे
हल्द्वानी)। हरिनगर भूमि मालिकाना हक सँघर्ष समिति ने बुधवार से पंचायत घर में क्रमिक अनशन शुरू किया। ग्रामीण एकजुट होकर धरना स्थल पर सुबह से ठंड में बैठे रहे। वक्ताओं ने कहा कि समाज सुधारक मुंशी रय बहादुर हरि प्रसाद टम्टा ने जिले में 16 हरिनगर बसाये थे। लोगो के पास अपनी भूमि नही थी। जिसे देखते हुए अंग्रेजो से 1944 के दशक में गाँव बसाया। 40 हजार एकड़ भूमि अँग्रेजो से लेकर गांव बसाए गए। कहा हम यहां 90 साल से जमीनों पर रह रहे है। लेकिन दुर्भाग्य हमे आज तक मालिकाना हक नही मिला। अब संघर्ष कर अनिश्चितत कालीन धरना प्रदर्शन कर समस्या का निराकरण किया जाएगा। वक्ताओं ने आगे कहा कि क्या हम ग्रामीण भारत छोड़कर पाकिस्तान चले जाए, कहा आने वाली पीढ़ी कहा जाएगी, नए नए संसोधन जटिलता बढ़ने से परेशानी हो रही है। पेयजल योजनाओं को 20 साल आगे के लिए बनाया जाना जरूरी है। हरिनगर में मोटर मार्ग 2012 से आज तक नही बन पाए है। डामरीकरण नही होने से ग्रामीण परेशान है। निविदा टेंडर निकले लेकिन आज तक कहा गए कुछ पता नही चला। गेराडी मोटर मार्ग का विस्तारीकरण कर रेकुड़ी पनेरा तोक को भी मार्ग से जोड़ा जाए। प्राथमिक विद्यालय में 65 बच्चे है। लेकिन एक शिक्षक कार्यलय के काम और पढा भी रहा है। जिससे बच्चों का भविष्य अँधाकर में है। दो शिक्षकों की जल्द जरूरत है। ग्रामीणों को 25 प्रतिशत हक अकूक की लकड़ी दी जाए। जिससे लोग घर बना सके। दो आंगनबाड़ी केंद्र तिमला, या एक मिली आंगनबाड़ी खोला जाए। हरिनगर सीएचसी में वर्षो से आंगनबाड़ी चल रहा है। अन्य जगह इसका निर्माण कराए। तार पेड़ो में बंधे है आज भी यह पेड़ो में बंधे है इन्हें जल्द पोलो में बांधा जाए। आवास विहीन परिवारों का सर्वे कराकर प्रधानमंत्री आवास योजना से जोड़ा जाए। कहा कि गाँव मे 90 फीसदी परिवार मजदूर है। 2021 कि आपदा में षि भूमि आंगन मकान ध्वस्त हुए थे। लेकिन अभी तक मुआवजा नही मिला। उनको मुआवजा मिले जिससे ग्रामीणों की आजीविका चल सके। देवद्वार श्मशान घाट के पास में लकड़ी टाल खोला जाए। जिससे लोगो की समस्या का निराकरण हो सके। अभी क्रमिक अनशन पर है। मांगे नही मानी तो 20 से आमरण अनशन किया जाएगा। किसान सम्मान निधि नही पा रही है। बीपीएल कार्ड, स्कालरशिप का लाभ बच्चों को नही मिल पा रहा है। राशन कार्ड नही होने से राशन नही मिल रहा है।
इस दौरान पूर्व जिला पंचायत सदस्य गणेश आर्या, पूर्व प्रधान भुवन चन्द्र, प्रधान पूनम देवी, वन सुरक्षा समिति अध्यक्ष रमेश चन्द्र, ईश्वर चन्द्र, राजेन्द्र।प्रसाद, हरीश चंद्र, दिनेश चंद्र, चन्द्र शेखर, सौरभ, अनिल कुमार, गणेश राम, आनद राम, गणेश राम, हेम चन्द्र, आदि रहे।