गुलदार के डर से घरों में कैद हुए ग्रामीण, निजात की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: पर्वतीय क्षेत्रों में गुलदार का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। रिखणीखाल ब्लाक के अंतर्गत देवियोंखाल बाजार सहित असपास के क्षेत्र में पिछले कई माह से गुलदार की धमक बनी हुई है। दिन दोपहर गांव के आसपास धमक रहे गुलदार से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार के आतंक से निजात दिलवाने की मांग की है।
देवियोंखाल बाजार के साथ ही सूस्यारी, मैंदणी, डाबरी बल्ली, पल्ली, गुठेर्ता व कोट गांव में गुलदार की धमक बनी हुई है। सामाजिक कार्यकत्र्ता मनमोहन सिंह बिष्ट ने बताया कि गुलदार की धमक से ग्रामीणों का घरों बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। महिलाएं मवेशियों के लिए चारा-पत्ती लेने जंगल भी नहीं जा पा रही हैं। सबसे अधिक खतरा बुजुर्ग व बच्चों को बना हुआ है। स्कूल जाने वाले बच्चों के सिर में लगातार गुलदार का खतरा मंडरा रहा है। क्षेत्र में पूर्व में हुई घटनाओं के बाद वन विभाग समस्या को लेकर लापरवाह बना हुआ है। नतीजा शाम ढलते ही प्रभावित ग्राम सभाओं में सन्नाटा छा जाता है। ग्रामीणों ने जल्द समस्या का निराकरण नहीं होने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी है। कहा कि ग्रामीणों की अनदेखी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।