बौद्धिक संपदा अधिकार व सतत विकास की दी जानकारी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार के वनस्पति विज्ञान विभाग की ओर से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थियों को बौद्धिक संपदा अधिकार सतत विकास के विषय में बताया गया।
कार्यशाला में एमएससी द्वितीय सेमेस्टर तथा एमएससी चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं ने आईपीआर विषय के विभिन्न बिंदुओं पर अपनी प्रस्तुति दी। उक्त कार्यक्रम विभाग के विभाग अध्यक्ष व प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर एमडी. कुशवाहा की अध्यक्षता में हुआ। कार्यक्रम में आईपीआर विषय पर 10 विभिन्न आयाम पर पीपीटी के माध्यम से व्याख्यान और प्रस्तुति दी गई। और तत्संबंधी चाट्र्स एवं अन्य लिखित सामग्री प्रस्तुत की गई। तत्पश्चात प्रोफेसर एम. डी. कुशवाहा ने अपने उद्बोधन से छात्र-छात्राओं को आईपीआर जैव विविधता वह इकोसिस्टम सतत विकास जैसे विभिन्न पहलुओं के बारे में बताया। प्रोफेसर आरएस चौहान ने भी छात्र-छात्राओं को अपने भाषण द्वारा प्रोत्साहित किया। दीक्षा शाह व शिवम नौटियाल ने इंपोर्टेंस ऑफ आईपीआर, अमित नेगी व संतोष उनियाल ने ट्रेड मार्क, ज्योति असवाल व अंकित ने ज्योग्राफिकल इंडिकेशन, दीपिका ने ट्रेड सीक्रेट स्वाति कोटियाल व रोहित ने कॉपीराइट, सिमरन रावत व शिवानी रावत ने पेटेंट, श्वेता बुडाकोटी व स्वाति नेगी ने आईपीआर, पूनम नेगी व रश्मि ने हिस्टरी ऑफ आईपीआर, दीक्षा जदली व निशा चतुर्वेदी ने टाइपस ऑफ आईपीआर/ट्रीटीज, आकांक्षा पाल ने पेटेंट तथा सोनाक्षी ने आईपीआर विषय के विभिन्न बिंदुओं पर अपनी प्रभावी प्रस्तुति दी।