यातायात व्यवस्था सुधारने के दावे हवाई, सड़क पर खड़े भारी वाहन बन रहे खतरा
शहरवासियों की शिकायत के बाद भी बेतरतीब खड़े वाहनों पर ध्यान नहीं दे रहा सिस्टम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए शहर में पचास हाईटेक कमरे लगाए गए हैं। दावा किया जा रहा है कि अब पुलिस कंट्रोल रुम में बैठे-बैठे ही नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। इतना सब कुछ होने के बाद भी पुलिस का ध्यान सड़क किनारे खड़े भारी वाहनों पर नहीं जा रहा। नतीजा, भारी वाहनों के कारण आमजन का पैदल चलना भी मुश्किल होता जा रहा है। जबकि, पूर्व में इस लापरवाही से कई दोपहिया वाहन चालक घायल भी हो चुके हैं।
गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार में शायद ही कोई ऐसी सड़क हो जहां आपको सड़क किनारे पार्क किए गए भारी वाहन न दिखाई दें। बेतरतीब तरीके से खड़े यह वाहन हर समय दुर्घटनाओं को न्यौता देते हैं। सबसे बुरी स्थित कौड़िया चैक पोस्ट से गिवईं स्रोत तिराहे तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनी रहती है। कई बार कौड़िया के समीप खड़े इन भारी वाहनों की चपेट में आने से दोपहिया वाहन चालक भी चोटिल हो चुके हैं। यही स्थिति देवी रोड में भी देखने को मिलती है। भारी वाहनों के कारण मार्ग पर जाम की स्थिति भी बनी रहती है। सबसे अधिक खतरा स्कूली बच्चों को बना रहता है। पूर्व में शहरवासी कई बार भारी वाहनों को सड़क से हटवाने की भी मांग उठा चुके हैं। लेकिन, पुलिस व परिवहन विभाग अब भी लापरवाह बना हुआ है।
रात के अंधेरे में हादसों का अंदेशा
मोटाढांग मार्ग, कौड़िया, नजीबाबाद रोड, देवी रोड़, सिताबपुर-मानपुर मार्ग सहित अन्य स्थानों पर दिन-रात भारी वाहन खड़े रहते हैं। रात के अंधरे में खड़े यह भारी वाहन नजर नहीं आते, जिससे हर समय दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। पूर्व में हुए हादसों के बाद भी सरकारी सिस्टम लापरवाह बना हुआ है।