मतदान संपन्न होने के बाद भी बरकरार है वाहनों का टोटा
21 व 22 अप्रैल को है सबसे अधिक शादियों के मुर्हूत
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : 19 अप्रैल को मतदान प्रक्रिया संपन्न होने के बाद भी सार्वजनिक वाहनों को टोटा बना हुआ है। हालत यह है कि विवाह समारोह में शामिल होने के लिए पहाड़ व मैदान की यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को वाहनों की तलाश में इधर-उधर भटकना पड़ रहा है।
चुनाव में पोलिंग पार्टी व अन्य सुरक्षा कर्मियों को मतदान बूथ तक पहुंचाने के लिए 90 प्रतिशत सार्वजनिक वाहनों को अधिग्रहित किया गया था। ऐसे में पिछले कई दिनों से रूटों पर यातायात व्यवस्था बेपटरी हो गई थी। शादी सीजन में वाहनों के टोटे ने यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी थी। उम्मीद थी कि मतदान के बाद कुछ वाहन वापस रूटों पर लौट जाएंगे। लेकिन, शनिवार को भी रोडवेज, जीएमओयू व मैक्स स्टेंड में वाहनों की भारी कमी देखने को मिली। कड़ी धूप के बीच यात्री वाहनों की तलाश में भटकते रहे। सबसे अधिक भीड़ मैदान को जाने वाले यात्रियों की देखने को मिली। रिखणीखाल निवासी राजवीर सिंह ने बताया कि वह दिल्ली में शादी समारोह में शामिल होने के लिए जा रहे हैं। लेकिन, समय पर वाहन नहीं मिलने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सार्वनिक वाहन नहीं मिलने के कारण कई लोगों को निजी वाहन बुक कर आवाजाही करनी पड़ी।