शहर की अव्यस्थाओं पर भड़के पूर्व सैनिक
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : शहर में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर पूर्व सैनिक संघर्ष समिति ने आक्रोश व्यक्त किया है। कहा कि सड़कों पर अतिक्रमण के कारण आमजन का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। शासन-प्रशासन समस्याओं के निराकरण को लेकर लापरवाह बना हुआ है।
समिति के अध्यक्ष महेंद्र पाल सिंह रावत के नेतृत्व में पूर्व सैनिक तहसील परिसर में एकत्रित हुए। जहां पर उन्होंने उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। महेंद्र पाल सिंह रावत ने कहा कि वर्तमान में पूरा नगर निगम क्षेत्र अतिक्रमण की जद है। बाजारों में अतिक्रमण होने से लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, अतिक्रमण से आए दिन जाम की समस्या बनी रहती है। कहा कि सबसे ज्यादा अतिक्रमण गोखले मार्ग, स्टेशन रोड़, गंगादत्त जोशी मार्ग, गैरिज रोड़, हनुमान मंदिर से लेकर गाड़ीघाट तक, आर्मी कैंटीन, मीट मार्केट, जिला परिषद मार्केट, पुराना सिद्धबलि मार्ग पर अतिक्रमण हो रखा है। अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम प्रशासन ने लाल निशान तो लगा दिए हैं, लेकिन कई महीनों से लाल निशान आमजन का मुंह चिढ़ा रहे है। कहा कि नगर निगम प्रशासन उच्च न्यायालय के आदेशों की भी अनदेखी कर रहा है। मुख्यमंत्री से कोटद्वार को अतिक्रमण से मुक्त करने के लिए संबधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करने की मांग की है, मांग न जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। तत्पश्चात पूर्व सैनिक संघर्ष समिति से जुड़े सदस्य लैंसडौन प्रभागीय वनाधिकारी के कार्यालय पहुंचे, जहां पर उन्होंने प्रभागीय वनाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। पूर्व सैनिकों ने लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग पर बने वैरियर पर चुंगी लिए जाने का घोर विरोध किया। कहा कि लालढांग, चमरिया क्षेत्र में स्थानीय लोगों की खेत है, जहां उन्हें रोजाना खेतीबाड़ी करने के लिए जाना पड़ता है, ऐसे में वन विभाग के वैरियर में उन्हें चुंगी देनी पड़ती है। जिसे तत्काल बंद किया जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में मदन सिंह, देवेंद्र रावत, राजेश बिष्ट, मोहन सिंह,पुष्कर सिंह, अनुसुया प्रसाद, ठाकुर सिंह, राजमोहन सिंह, ताजबर सिंह शामिल रहे।