जीवन को बचाने के लिए तंबाकू को छोड़ना जरूरी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : विश्व तंबाकू दिवस पर एकोहम फाउंडेशन की ओर से एक कार्यशाला का आयोेजन किया गया। जिसमें लोगों को तंबाकू के दुष्परिणामों के बारे में बताया गया। विशषज्ञों ने बताया कि कैंसर का सबसे बड़ा कारण तंबाकू ही है। ऐसे में लोगों को अपना जीवन बचाने के लिए तंबाकू के सेवन को बंद करना होगा।
शुक्रवार को तंबाकू निषेध दिवस पर सिम्मलचौड़ स्थित एक रेस्टारेंट में कार्यशाला आयोजित की गई। एकोहम फाउंडेशन की संस्थापक डा. अपाला बडूनी ने कहा कि मुंह के कैंसर का सबसे बड़ा कारण तंबाकू का सेवन है। तंबाकू खाने वाला व्यक्ति स्वयं की जान को जोखिम में डाल रहा है। तंबाकू के सेवन से कैंसर के साथ ही हृदय रोग, श्वसन विकार सहित अन्य कई बीमारियां हो सकती है। कहा कि तंबाकू उत्पादों में कार्सिनोजेनिक पदार्थ होते हैं जो मुंह के प्री-कैंसर और कैंसर के विकास का कारण बन सकते हैं। डा. बडूनी ने युवाओं पर तंबाकू विज्ञापनों के प्रभाव को लेकर बढ़ती चिंता पर भी चर्चा की। कहा कि सख्त नियमों के बावजूद भी तंबाकू बनाने वाली कंपनियां युवाओं को भ्रमित करने वाले विज्ञापन दिखा रही हैं। कहा कि हमें अपने आसपास रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को तंबाकू से दूर रहने के लिए प्रेरित करना चाहिए। इस मौके पर संस्था के प्रोजेक्ट हेड आशुतोष शर्मा, आउटरीच आफिसर अंकित भडाना, वालंटियर डॉ. निकिता, वालंटियर इरफान मौजूद थे।