भागीरथी का पानी रोकने से देवप्रयाग के गांवों में गहराया जल संकट
नई टिहरी : टिहरी बांध परियोजना में भागीरथी का पानी एक माह तक रोके जाने से देवप्रयाग के 40 किमी. क्षेत्र के गांवों में जल संकट गहरा गया है। यहां भागीरथी स्थित तीन प्रमुख पंपिंग योजनाओं से जलापूर्ति बनाना जल संस्थान के लिए चुनौती बन गया है। देवप्रयाग और नरेंद्रनगर ब्लॉक के करीब डेढ़ सौ गांवों से इन योजनाओं से जलापूर्ति होती है। भागीरथी में इस समय मात्र 3 से 4 क्यूमैक्स पानी प्रवाहित हो रहा है। ऐसे में पंपिंग बनाये रखने के लिए जल संस्थान ने युद्धस्तर पर कवायद शुरू कर दी गयी है। ईई नरेशपाल सिंह के अनुसार भागीरथी में बनी कोटेश्वर झण्डीधार, क्वीली पालकोट व मुनेठ सजवाण काण्डा पंपिंग योजना से सप्लाई बनाये रखने के लिए नदी तट पर 5 मीटर गहरे व 70 मीटर लंबे कौपर डैम पोकलैंड मशीन से बनाये जा रहे हैं। जिनसे पाइपों के जरिये एक जुलाई तक मेन टैंक को भरकर जलापूर्ति की जायेगी। वहीं विभाग की ओर से 15 टैंकर भी जल संकट से निपटने के लिए रखे गए हैं। इनमें से चार टैंकरो से लसेर-चाका क्षेत्र में जलापूर्ति शुरु कर दी गयी है। मांग के आधार पर टैंकरों को जल संकट झेल रहे गांवो तक भेजा जाएगा। टैंकरों को भरने के लिए भुईट गदेरे में बोरिंग कर मिनी ट्यूबवैल फीलिंग स्टेशन बनाया गया है। (एजेंसी)