प्रदेश में हो सकते हैं 1200 शिक्षकों के तबादले
-तबादला सत्र शून्य होने के बाद भी धारा-27 के जरिए शिक्षक तबादले की राह खुली रहेगी
देहरादून। तबादला कानून के तहत गठित मुख्य सचिव समिति से केवल बेसिक-जूनियर शिक्षकों के ही तबादले होने से माध्यमिक शिक्षकों में नाराजगी है। बीते रोज हुए तबादलों ने एलटी और प्रवक्ता कैडर के शिक्षकों के गुस्से को और बढ़ा दिया है। राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री डॉ.सोहन सिंह माजिला ने कहा, एक तबादला कानून, एक विभाग व एक ही प्रकृति का काम करने वाले शिक्षक होने के बावजूद दोहरा व्यवहार किया जा रहा है। अब तक जितने भी तबादले हुए हैं, उनमें बेसिक-जूनियर कैडर के ही शिक्षक हैं। माध्यमिक शिक्षकों के साथ पक्षपात किया जा रहा है। दूसरी तरफ, शिक्षा निदेशालय ने तबादला ऐक्ट की धारा-27 के तहत विशेष श्रेणी में आने वाले शिक्षकों के 1200 आवेदन सरकार को सौंप दिए। इसमें स्वयं या निकट परिजन की गंभीर बीमारी, दिव्यांगता, पति-पत्नी का सैन्य-अर्द्धसैन्य कर्मी और दांपत्य नीति आदि वाले मामले आते हैं। सरकार ने तबादला सत्र शून्य होने के बाद भी धारा-27 के जरिए शिक्षक तबादले की राह खुली रखी है। अपर निदेशक-बेसिक वीएस रावत ने बताया कि उक्त सभी आवेदनों को मुख्य सचिव समिति के विचारार्थ शासन को सौंप दिया है।