डीएम ने सीएमओ को लगाई फटकार
मेडिकल स्टोरों का गंभीरता और बारीकी से निरीक्षण करने के दिए निर्देश
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान की अध्यक्षता में नार्को कोर्डिनेशन सेंटर समिति की वर्चुअल बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकाी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को फटकार लगाते हुए सभी मेडिकल स्टोरों का गंभीरता और बारीकी से निरीक्षण करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने कोटपा अधिनियम-2003 के अन्तर्गत वैधनिक कार्यवाही करने के लक्ष्य बढ़ाने के निर्देश देते हुए अगली बैठक से पूर्व तक 350 चालान करने का लक्ष्य दिया। उन्होंने उपजिलाधिकारी कोटद्वार, स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण विभाग तथा स्थानीय संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि सिडकुल क्षेत्र कोटद्वार में 01 सप्ताह के भीतर अस्थाई नशामुक्ति केन्द्र का संचालन प्रारंभ करें।
शनिवार को आयोजित बैठक में डीएम ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिकल स्टोर के निरीक्षण में असंतोषजनक कार्यवाही के चलते मुख्य चिकित्साधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुए सभी मेडिकल स्टोरों का गंभीरता से और बारीकी से निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित ड्रग इंसपेक्टर को 07 दिन के लिए युद्धस्तर पर जनपद में निरीक्षण करने को कहा। साथ ही निर्देश दिए कि सभी मेडिकल स्टोर में सीसीटीवी कैमरा लगे हैं या नहीं, मेडिकल स्टोर संचालक के पास लाइसेंस, संचालक स्वयं तैनात रहता है कि नहीं तथा मेडिकल स्टोर बच्चों को कोई नशीली सामग्री तो नहीं विक्रय करता अथवा कोई अवैध तरीके की नशीली दवाएं तो नहीं बेच रहे हैं इसका बारीकी से निरीक्षण करें। उन्होंने संबंधित विभागों को सभी इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, अन्य शैक्षणिक संस्थानों में नियमित रुप से स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए वर्कशॉप अथवा जन जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करने को कहा। डीएम ने शिक्षा विभाग को ऐसे शिक्षकों की पहचान करने को कहा जो किसी विशेष नशे के बहुत आदी है। इस बात का भी अवलोकन करने को कहा कि उन शिक्षकों के नशे के आदी होने के चलते स्कूली बच्चों में तथा आस-पास वातावरण में क्या इंपैक्ट पड़ रहा है ताकि इस संबंध में अग्रिम कार्यवाही हेतु बेहतर फीडबैक प्राप्त हो सके। इसके अतिरिक्त जिलाधीकारी ने ऐसे क्षेत्रों में जहां नशे का अधिक चलन हैं वहां पर प्रवर्तन गतिधियों को बढ़ाने के निर्देश दिये।