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बेमौसमी बारिश से गेंहू की खड़ी फसल को नुकसान

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रुद्रपुर। जिले में सोमवार को बेमौसमी बारिश होने से गेहूं की खड़ी फसलों को 15 से 20 फीसदी का नुकसान होने का अनुमान है। वहीं बारिश से जिले के तापामान में सात डिग्री तक की कमी आई है। इससे लोगों को एक बार फिर गर्म कपड़ों का साहारा लेना पड़ गया। मौसम वैज्ञानिकों ने मंगलवार को भी बारिश होने की संभावना जताई है। इससे कश्तकारों की चिंता बढ़ गई है। जीबी पंत विवि के मौसम वैज्ञानिक डॉ़ आरके सिंह ने बताया कि सोमवार को जिले में औसत 31.6 मिमी बारिश हुई। बारिश के चलते तापमान में सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस तक की कमी आई है। रविवार को जहां अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस था वहीं सोमवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बारिश के चलते जिले के विभिन्न क्षेत्रों में किसानों के मुताबिक गेहूं और लाही की फसल को 15 से 20 फीसदी तक नुकसान हुआ है।
खटीमा में 23.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। यहां गेहूं, लाही और आलू की फसल को 20 फीसदी तक का नुकसान हुआ है। किच्छा में दोपहर तक 12.50 मिमी बारिश हुई। बारिश ने गेहूं की फसल को जमीन पर लेटा दिया। इससे करीब 20 से 25 फीसदी का फसल का नुकसान होने का अनुमान है। लाही की फसल खेतों में कटी हुई पड़ी है। ऐसे में बारिश से खेतों में पानी भर गया और फसल बर्बाद हो गई। वहीं गन्ने के खेत में पानी भर जाने से छिलाई और निकासी नहीं हो पाएगी।
काशीपुर के कृषि विशेषज्ञ जितेंद्र कुमार ने बताया कि कई किसानों ने लाही की फसल काटकर खेतों में रखी हुई है। बारिश से उन्हें काफी नुकसान हुआ है। खड़ी फसल भी गिरने के आसार हैं। साथ ही गेहूं की फसल जो पककर तैयार है वह भी गिर सकती है, लेकिन जिन किसानों ने देर में बोये हैं उनकी फसलों के लिए यह बारिश फायदेमंद होगी। यदि लगातार बारिश ज्यादा समय तक हुई तो अधिक नुकसान होगा।
गूलरभोज में तेज हवा के साथ बारिश से फसल बर्बाद
सोमवार सुबह से लगातार बारिश ने लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। तेज हवाओं के साथ बारिश से बालियों में आ चुकी गेहूं को धराशाई कर दिया। जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ़ आरके सिंह ने बताया कि मंगलवार तक बारिश रहने की संभावना है। इसके बाद मौसम साफ रहेगा। इधर, लगातार हो रही बारिश से निचले खेतों में जलभराव की संभावना बढ़ गई है। क्षेत्र के किसानों का कहना है कि विगत वर्ष भी गेहूं की फसल बारिश की वजह से खराब हुई थी। इस बार गेहूं की अच्छी फसल की उम्मीद थी। इस समय गेहूं की बाली में दाना पड़ चुका है। फसल के गिरने से दाना बारीक होने का खतरा है। इससे गेहूं के उत्पादन में कमी आएगी। गेहूं की फसल गिरने से करीब 20 प्रतिशत का नुकसान हुआ है। साथ ही लाही की कटी फसल को नुकसान हुआ है। दोपहर 2 बजे तक गूलरभोज क्षेत्र में 12 मिमी बारिश हो चुकी है।

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