उत्तराखंड

जिले में शहर-देहात मिलाकर डेंगू के सात हॉटस्पॉट चिह्नित

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हल्द्वानी। मानसून के दौरान और इसके ऐन बाद डेंगू का खतरा रहता है। गनीमत है कि अभी तक नैनीताल जिले में डेंगू का एक भी मरीज रिपोर्ट नहीं हुआ है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग और निकायों ने इससे निपटने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिले के शहरी क्षेत्र में चार और ग्रामीण क्षेत्रों मे डेंगू के तीन हॉटस्पॉट चिह्नित किए हैं। स्वास्थ्य विभाग और निकाय जागरूकता और सफाई अभियान चला रहे हैं। मानसून में डेंगू का खतरा ज्यादा होने से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। अस्पतालों में इसके लिए जरूरी इंतजाम साथ ही निकाय सफाई अभियान चला रहे हैंम। बीते वर्षों में डेंगू का असर शहरी क्षेत्र में ज्यादा देखा गया है। डेंगू के पिछले साल तक सामने आए मामलों के आधार पर अब जिले के शहरी के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र भी हॉटस्पॉट चिह्नित हुए हैं। इनमें हल्द्वानी, रामनगर, कालाढूंगी, लालकुआं के शहरी क्षेत्र के साथ ही बैलपड़ाव, कोटाबाग और बिंदुखत्ता के ग्रामीण क्षेत्रों को चिह्नित किया है। चिह्नित किए स्थानों मे टीमें साफ-सफाई निरीक्षण के साथ ही जागरूकता अभियान चला रही हैं।
हल्द्वानी में यहां है सबसे ज्यादा खतरा
हल्द्वानी में पिछले साल आए डेंगू के मरीजों के आधार पर राजपुरा, गौजाजाली, हाइडिल गेट और गौलापार के बागजाला को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना गया है। इनके साथ ही नगर निगम के तहत अन्य क्षेत्रों में भी डेंगू के खतरे को देखते हुए निगम अभियान चला रहा है। वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार, अभी तक निगम के 60 में से 54 वार्डों में लार्वा सीडर का छिड़काव किया जा चुका है।
साल भर में करीब चार गुना हुए डेंगू मरीज
नैनीताल जिले में एक साल में डेंगू के मरीज लगभग चार गुना तक बढ़ गए। वर्ष 2022 मे जहां 236 लोगों को डेंगू के मच्छर ने डंक मारा था, वहीं बीते साल 2023 मे डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 836 हो गई। अब स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए पहले ही हॉटस्पॉट चिह्नित किए हैं। फिलहाल, 20 वॉलंटियर और 582 आशाओं को जन जागरूकता की जिम्मेदारी दी गई है। ये लोगों को डेंगू से बचाव के उपाय बताए रहे हैं।
डेंगू से बचाव के लिए क्या करें
-मच्छरदानी का उपयोग करें
-घर में या आसपास पानी जमा न होने दें
-कूलर का पानी रोज बदलें
-ऐसे कपड़े पहनें जिनसे शरीर ढका रहे
-पेड़ पौधों के पास जाएं या घर से बाहर निकलें तो जूते मोजे पहनकर निकलें
-पानी की टंकी को ढककर रखें
-कीटनाशक और लार्वानाशक दवाइयों का छिड़काव करें
-घर के आसपास साफ-सफाई बनाए रखें
-शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने को स्वस्थ खानपान वाली जीवनशैली अपनाएं

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