पूर्व विदेश मंत्री कुंवर नटवर सिंह का निधन, लंबी बीमारी के बाद मेदांता अस्पताल में ली अंतिम सांस
जयपुर , पूर्व विदेश मंत्री कुंवर नटवर सिंह का शनिवार रात निधन हो गया। वह करीब 95 वर्ष के थे। लंबी बीमारी के बाद उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गहरा दुख जताया है। मोदी ने एक्स पर कहा कि सिंह के निधन से उन्हें दुख हुआ। उन्होंने कूटनीति और विदेश नीति की दुनिया में समृद्ध योगदान दिया। वह अपनी बुद्धि के साथ अच्छे लेखन के लिए भी जाने जाते थे। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी निधन पर गहरा दुख प्रकट किया और कहा कि केंद्र सरकार में पूर्व विदेश मंत्री, पद्म विभूषण से सम्मानित कु. नटवर सिंह के निधन का समाचार अत्यन्त दु:खद है। शर्मा ने ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिवार को इस दुख की घड़ी में संबल प्रदान करने की प्रार्थना की। इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित प्रदेश के कई नेताओं ने श्री सिंह के निधन पर शोक प्रकट किया।
उल्लेखनीय है कि नटवर सिंह 2004 में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में विदेश मंत्री रहे। वह वर्ष 1953 में विदेश सेवा में शामिल हुए। लम्बी सेवा के बाद वह वर्ष 1984 में नौकरी से इस्तीफा देकर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए और उन्होंने राजस्थान में भरतपुर से लोकसभा का चुनाव लडक़र सांसद बने। उन्हें 1986 में विदेश राज्य मंत्री बनाया गया।
सिंह वर्ष 1998 में फिर भरतपुर से सांसद चुने गए। इसके बाद वह वर्ष 2002 में राज्यसभा से सांसद बने। उन्हें वर्ष 1984 में उन्हें पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया। उन्होंने कई पुस्तकें और संस्मरण लिखे। जिनमें उनकी आत्मकथा ‘वन लाइफ इज नॉट इनफ’ चर्चित रही।