शिमला में मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर उग्र प्रदर्शन, पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प, धारा 163 लागू
शिमला , शिमला में एक मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर हालिया तनावपूर्ण स्थिति ने उग्र रूप ले लिया है। प्रदर्शनकारियों ने संजौली में पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ते हुए पथराव किया, जिसके परिणामस्वरूप एक सिपाही और एक प्रदर्शनकारी घायल हो गए। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और वाटर कैनन का प्रयोग किया।
प्रदर्शनकारी ढली टनल में लगे बैरिकेड्स को तोड़ते हुए संजौली की ओर बढ़े, जहां उन्हें एसबीआई के बाहर फिर से रोका गया। प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया, जिससे हिंसा भडक़ गई। गुस्साई भीड़ के बैरिकेड तोडऩे की कोशिश पर पुलिस ने लाठीचार्ज और वाटर कैनन का प्रयोग किया। इस कार्रवाई में कई प्रदर्शनकारी घायल हुए और स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
संजौली में विवादित मस्जिद का निर्माण 1947 से पहले हुआ था और 2010 से इसके पक्के निर्माण को लेकर नगर निगम को शिकायतें मिल रही हैं। नगर निगम ने 35 बार अवैध निर्माण हटाने के आदेश जारी किए हैं।
शिमला में धारा 163 लागू की गई है, जिसके तहत सुबह 7 बजे से रात 11:59 बजे तक 5 या इससे अधिक लोगों के इक_ा होने पर प्रतिबंध है। पुलिस ने फ्लैग मार्च भी निकाला है और ड्रोन से इलाके की निगरानी की जा रही है।
हिंदू जागरण मंच के नेता कमल गौतम को हिरासत में लिया गया है और कई अन्य नेताओं को गिरफ्तार किए जाने का दावा किया जा रहा है। पुलिस ने ढली टनल के पास आवाजाही बंद कर दी है।
इस विवाद का समाधान और स्थिति की सामान्य स्थिति पर निगरानी जारी है, और प्रशासन क्षेत्र में शांति बनाए रखने के प्रयास कर रहा है।