धू-धू कर जली रावण की सोने की लंका
जयन्त प्रतिनिधि ।
कोटद्वार : बद्री-केदार रामलीला कमेटी की ओर से आयोजित रामलीला के चौथे दिन हनुमान द्वारा लंका का दहन का मंचन किया गया। इस दौरान पूरा रामलीला का पंडाल जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा।
बेलाडाट में आयोजित रामलीला के चौथे दिन का शुभारंभ क्रिएटिव चिल्ड्रन एकेडमी के प्रबंधक प्रधानाचार्य दीपक गौड़ ने किया। उन्होंने श्रद्धालुओं को भगवान राम के आदर्शों पर चलने की अपील की। मंचन के दौरान श्रीराम सुग्रीव व हनुमान जी को माता सीता का पता लगाने का आदेश देते हैं। सीता की खोज के दौरान हनुमान जी को प्यास लगती है। रास्ते में उन्हें जटायु का भाई मिलता है, जो उन्हें बताता है कि समुद्र पार लंका में सीता अशोक वाटिका में हैं। हनुमान जी समुद्र पार कर लंका जाते हैं और सीता को भगवान श्रीराम की दी अंगूठी देते हैं, जहां राक्षस हनुमान को पकड़ कर रावण के पास ले जाते हैं। रावण हनुमान की पूंछ में आग लगाने का आदेश देता है। आग लगने पर हनुमान जी पूरी लंका में आग लगा देते हैं। इस मौके पर आनंदी देवी, चंद्रप्रकाश धस्माना, कुणाल गौड़, सुशील चौधरी, नवीन सुंदरियाल, सुदीप बौंठियाल, योगेंद्र विष्ट, रोशन सिंह, बलवंत सिंह, विनोद सिंह आदि मौजूद रहे।