धूं-धूं कर जला रावण का पुतला
जयन्त प्रतिनिधि।
लैंसडौन : दुर्गा पूजन के दसवें दिन मनाए जाने वाली विजयदशमी को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। इस पर्व पर हर साल पर्यटन नगरी में ऐतिहासिक गांधी चौक में विजयदशमी त्यौहार का आयोजन किया जाता है। पर्यटन नगरी लैंसडौन में दशहरा पर्व हर्षोंल्लास के साथ मनाया गया। गांधी चौक पर असत्य पर सत्य की जीत के इस पर्व में सैकड़ों लोग शामिल हुए। भगवान श्रीराम व उनकी सेना द्वारा रावण सेना को समाप्त करने के बाद रावण का पुतले धू-धू कर जला।
इस बार रामलीला कमेटी लैंसडौन के द्वारा ऐतिहासिक गांधी चौक में 25 फीट का रावण का पुतला लगाया गया। रावण का पुतला आधुनिक युग में पर्यटकों के लिए एक सेल्फी प्वाइंट बना। रावण के पुतले को किसी प्रकार की हानि ना हो दहन से पहले इसके लिए पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। जिसके पास बाहर राज्यों से आए पर्यटकों ने खूब सेल्फी खींची। रावण का पुतला आकर्षण का केंद्र बना रहा। इस बार रावण का पुतला 25 फीट का बनाया गया। जिसमें की लगभग 90,000 रुपए का खर्च हुए। रामलीला कमेटी के अनुसार हर साल रावण का पुतला उत्तर प्रदेश के धामपुर और नजीबाबाद से बनवाया जाता है। और इस पुतले को बनाने में मुस्लिम परिवार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। बरसों से उनके द्वारा रावण के पुतले बनाए जाते हैं। पर्यटन नगरी लैंसडौन में दशहरे पर रावण दहन के दौरान किसी भी तरह की समस्या ना हो इसके लिए पहले से ही सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए। रोचक तथ्य कि दशकों से रावण की अहम भूमिका में नजर आ रहे हैं प्रेम थापा। रामलीला कमेटी के अनुसार प्रेम थापा और उनका परिवार रामलीला आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका रहा है।