सूखने लगा प्रकृतिक स्रोत, पानी को मचा हाहाकार
रिखणीखाल प्रखंड के अंतर्गत कर्तिया क्षेत्र में बनी है पेयजल समस्या
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: गर्मी का पारा चढ़ने के साथ ही पहाड़ों में प्राकृतिक स्रोत सूखने लगे हैं। हालत यह है कि रिखणीखला प्रखंड के अंतर्गत कर्तिया क्षेत्र में प्राकृतिक स्रोत से गांव तक पर्याप्त पानी नहीं पहुंच पा रहा है। करीब एक वर्ष पूर्व संबंधित विभाग ने प्राकृतिक स्रोत से घर-घर जल पहुंचाने के लिए पेयजल लाइन बिछाई थी, जिसके बाद लगातार समस्या उत्पन्न हो रही है। ग्रामीणों ने विभाग से जल्द समस्या के निराकरण की मांग की है।
गांव के समीप स्थित विशनगल्या स्रोत से कर्तिया ग्राम पंचायत के सैकड़ों ग्रामीणों को पेयजल उपलब्ध करवाया जाता है। लेकिन, गर्मी बढ़ने के साथ ही प्राकृतिक स्रोत का पानी कम होने लगा है। ऐसे में ग्रामीणों को पानी के लिए जंगल में बने अन्य प्राकृतिक स्रोतों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। ग्रामीण बच्चन सिंह ने बताया कि पूर्व में प्राकृतिक स्रोत से गांव के लिए केवल एक दो ही कनेक्शन थे, लेकिन वर्ष 2021 में विभाग ने प्राकृतिक स्रोत से घर-घर पाइप लाइन बिछा दी। प्राकृतिक स्रोत में पानी कम और पाइपलाइन लंबी होने के कारण समस्या उत्पन्न हो रही है। क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्तिया बिनीता ध्यानी ने बताया कि घर-घर नल के तहत अभी दूसरे चरण का कार्य होना बाकी है। अधिकारियों से जल्द कार्य शुरू करने की मांग की गई है। पेयजल लाइन जगह-जगह से क्षतिग्रस्त भी हो चुकी है।