खानपुर में सिडकुल के खर्च को टीएसी ने दी हरी झंडी
रुड़की। खानपुर के गोवर्धनपुर में सिडकुल का रास्ता साफ हो गया है। यहां उद्योग लगाने से पहले के अवस्थाना विकास कार्य जल्दी ही शुरू होने जा रहे हैं। इसके लिए भेजे गए सिडकुल के बजट प्रस्ताव को थोड़ी बहुत काटछांट के बाद टीएसी (तकनीकी ऑडिट कमिटी) ने हरी झंडी दे दी है। अपने पिछले कार्यकाल के दौरान धामी सरकार ने इन्वेस्टर्स मीट की थी। जिसमें कई कंपनियों के प्रस्ताव आए थे। इनके लिए प्रदेश सरकार जमीन का चयन कर रही थी। तब खानपुर के तत्कालीन विधायक प्रणव सिंह चैंपियन ने खानपुर के मजरा राजपुरा (गोवर्धनपुर) में गौ चरान की सरकारी भूमि पर सिडकुल बनाने का प्रस्ताव सरकार को दिया था। तभी से इस पर कार्रवाई चल रही है। शासन यहां सिडकुल को पहले ही मंजूरी दे चुका है। इसके बाद यहां उद्योग लगने से पहले के अवस्थापना विकास के काम होने थे। सिडकुल प्रबंधन ने आंतरिक अवस्थापना विकास कार्य के लिए 5978 लाख और वाह्य अवस्थापना विकास कार्य करने के लिए 8042.84 लाख रुपये का एस्टीमेट तैयार कर राज्य योजना आयोग को भेजा था। आयोग ने इसे परीक्षण के लिए टीएसी के पास भिजवा दिया था। परीक्षण के बाद टीएसी ने एस्टीमेट में थोड़ी बहुत काटछांट के बाद प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। राज्य योजना आयोग के विशेषज्ञ समन्वयक गंगा प्रसाद पंत ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि खानपुर में सिडकुल क्षेत्र के आंतरिक अवस्थाना विकास कार्य कराने के लिए 5756.70 लाख रुपये और वाह्य अवस्थापना विकास कार्यों के लिए 7821.84 लाख रुपये के खर्च को टीएसी से मंजूरी मिल गई है। खानपुर क्षेत्र के ओमकार सिंह, आजाद सिंह, अनुराग चौधरी ने बताया कि सिडकुल की स्थापना से खानपुर कम से कम 50 साल आगे बढ़ जाएगा। हजारों स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सिडकुल में रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने इसके लिए राज्य सरकार और चैंपियन का आभार भी जताया।