मुख्यमंत्री के बजाय मेयर के खिलाफ आंदोलन करना चाहिए, पार्षदों ने फूंका सरकार का पुतला
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह बिष्ट गढ़वाल ने कहा कि कोटद्वार में आम आदमी पार्टी सहित अन्य राजनैतिक पार्टियों द्वारा मुख्यमंत्री का पुतला दहन करना तुच्छ मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने विपक्षी दलों द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री के बजाय नगर निगम मेयर के खिलाफ जन आंदोलन करना चाहिए। कल तक जो लोग नगर निगम बनने का विरोध कर रहे थे आज वहीं लोग इस तरह के कर थोपकर जनता का शोषण कर रहे है। यदि शीघ्र ही कर को वापस नहीं लिया गया तो कोटद्वार की जनता के सहयोग से नगर निगम मेयर के खिलाफ जन आंदोलन किया जाएगा।
प्रेस को जारी बयान में शैलेन्द्र सिंह बिष्ट गढ़वाली ने कहा कि भवन कर व अन्य सम्पत्ति कर प्रदेश सरकार द्वारा नहीं लगाये गये है। उक्त कर नगर निगम कोटद्वार द्वारा लगाया जा रहा है। ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री का पुतला दहन करना इन विपक्षी दलों की विकास विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि नगर निगम गठन के समय प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा 22 अगस्त 2019 को नगर निगम को भेजे गए पत्र में घोषणा कीगई थी कि नगर निगम के गठन के दस वर्षों तक कोई कर नहीं वूसला जाएगा। ऐसे में नगर निगम कोटद्वार द्वारा इस तरह की कर वसूली किया जाना जनता का शोषण है। कोटद्वार की जनता को आगे आकर नगर निगम के खिलाफ एक जन आंदोलन करना चाहिए न कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ।
पार्षदों ने फूंका सरकार का पुतला
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम के पार्षदों ने शासन की ओर से निगम के नये वार्डों में भवन व अन्य टैक्स वसूलने के निर्णय का विरोध करते हुए प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। उन्होंने प्रदेश सरकार से टैक्स वसूलने के निर्णय को वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि जनता पर जबरन थोपे जा रहे कर को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पार्षदों ने निगम में तैनात नगर आयुक्त पर भी सरकार के दबाव में काम करने का आरोप लगाया है।
गुरूवार को पार्षदों ने नगर निगम कार्यालय के समीप बदरीनाथ मार्ग पर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, स्थानीय विधायक एवं प्रदेश के काबीना मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत का पुतला फूंका। पार्षद सूरज प्रसाद कांति ने कहा कि नगर निगम कोटद्वार गठन के समय सरकार द्वारा घोषणा की गई थी कि 10 वर्षों तक निगम में शामिल नये वार्डाें से कोई भी टैक्स नहीं लिया जाएगा। इसके बाद भी टैक्स वूसली के आदेश देना पूर्णत: गलत है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कोटद्वार दौरे के दौरान निगम के नए वार्डों से दस वर्षों तक कर नहीं वसूलने का वादा किया था, लेकिन ढाई वर्ष में ही सरकार अपने वादे को भूल गई। उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त ने बिना मेयर व पार्षदों को बताये आखिर कर वसूलने सम्बन्धी विज्ञप्ति क्यों जारी की गई। आगामी बोर्ड बैठक में नगर आयुक्त के खिलाफ निंदा प्रस्ताव भी पारित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही कर वसूली का निर्णय वापस न लेने पर पर सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन किया जाएगा। पुतला फूंकने वालों में पार्षद सूरज प्रसाद कांति, अमित नेगी, विपिन डोबरियाल, सुखपाल शाह, विवेक शाह, राकेश बिष्ट, गिंदी दास, कुलदीप काम्बोज