मेडिकल कॉलेज बनाने को ग्रामीणों ने दी भूमि की अनापत्ति
नई टिहरी । नगर क्षेत्र के इणियां में मेडिकल कॉलेज की स्थापना को लेकर जिला प्रशासन ने प्रस्तावित भूमि पर निर्माण कार्य के लिए संबंधित ग्रामीणों की अनापत्ति प्राप्त कर ली है। अब प्रशासन भूमि का डिमार्केशन करने में जुट गया है। एनओसी मिलने के बाद 13.395 हेक्टेयर भूमि पर मेडिकल कॉलेज बनने का रास्ता भी साफ हो गया है। एसडीएम टिहरी को मेडिकल कॉलेज हेतु भूमि हस्तांतरण का नोडल अधिकारी नामित किया गया था। एसडीएम संदीप कुमार ने बीती 11 दिसंबर को जिलाधिकारी को पत्र भेजकर इणियां चिन्हित भूमि के संबंध में अपनी रिपोर्ट भेज दी है। जिसमें उन्होंने अवगत कराया कि 27 नवंबर को खेमड़ा गांव के ग्रामीणों की बौराड़ी मिलन केंद्र में हुई बैठक में निर्णय लिया था, कि कॉलेज निर्माण में उनकी कोई आपत्ति नहीं है। जिसका प्रमाणपत्र ग्रामीणों ने तहसीलदार टिहरी को उपलब्ध कराया है। रिपोर्ट के अनुसार इणियां में 8.586 हेक्टेयर भूमि टीएचडीसी और 4.809 हेक्टेयर भूमि उत्तराखंड सरकार के नाम दर्ज है। ऐसे में ग्रामीणों की एनओसी और सभी प्रक्रिया सही मिलने के चलते यहां पर मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया जा सकता है। अब डीएम के निर्देश पर चिन्हित भूमि को चिकित्सा शिक्षा विभाग के नाम पर हस्तांतरण की प्रक्रिया का रास्ता भी साफ हो गया है। इस संबंध में विधायक किशोर उपाध्याय का कहना है कि इणियां में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की प्रक्रिया गतिमान है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने पुन: कोटी कालोनी में टिहरी वाटर स्पोर्ट्स कप के समापन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मेडिकल कालेज की स्थापना की प्रतिबद्धता को मंच से प्रदर्शित किया। विधायक ने कहा कि टीएचडीसी के सीएमडी आरके विश्नोई ने भी उनके सुझाव पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर के निर्देशों के तहत मेडिकल कॉलेज निर्माण को लेकर स्पष्ट उल्लेख किया है। कहा कि कॉलेज के लिए भूमि का चिन्हीकरण और डिमार्केशन भी डीएम मयूर दीक्षित के निर्देशन में अंतिम चरण में है। मेडिकल शिक्षा विभाग ने भी उक्त स्थान पर अपनी स्वीकृति पूर्व में ही दे रखी है।
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