अपन अंतिम चुनाव बता बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश ने फाइनल राउंड में मांगे वोट, कहा-अंत भला तो सब भला
पटना, एजेंसी। बिहार विधानसभा चुनाव-2020 के अंतिम चरण के चुनाव प्रचार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि यह उनका अंतिम चुनाव है। इसके बाद वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंत भला तो सब भला। नीतीश की घोषणा के बाद बीच चुनाव बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है। इसे लेकर पक्ष-विपक्ष के बीच बयानबाजी तेज हो गई है।
बिहार के मुख्यमंत्री ने गुरुवार को पूर्णिया जिले के धमदाहा विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करते हुए अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर बड़ी घोषणा की। हालांकि, इसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। मुख्यमंत्री की घोषणा को माना जा रहा है कि उन्होंने सहानुभूति कार्ड खेला है। और चुनाव में इसका लाभ भी मिल सकता है। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए दो चरण के मतदान हो चुके हैं। अब सिर्फ अंतिम चक्र का मतदान 7 नवंबर को होना है। इसके लिए गुरुवार 5 नवंबर प्रचार का अंतिम दिन था।
मुख्यमंत्री ने जदयू-भाजपा गठबंधन के प्रत्याशी के लिए प्रचार करते हुए कहा कि परसो (7 नवंबर) चुनाव है और यह मेरा अंतिम चुनाव है। अंत भला तो सब भला। इनको (प्रत्याशी) वोट दीजिएगा न। जनता के बीच से हां की जोरदार आवाज आई तो उत्साहित मुख्यमंत्री ने प्रत्याशी को विजय का माला पहना दिया। मुख्यमंत्री का बडी लैंग्वेज बता रहा था कि मुख्यमंत्री जीत के प्रति आश्वस्त हैं। इसलिए जनता के बीच साफगोई से अपने मन की बात कह दी।
राजनीतिक प्रेक्षकों के अनुसार नीतीश कुमार की घोषणा के बाद बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान में जदयू-भाजपा गठबंधन को लाभ मिल सकता है। अंतिम चरण में बिहार के 15 जिलों के 78 विधानसभा सीटों पर 7 नवंबर को मतदान है।
राजनीति में ऊंचे पदों पर विराजमान नेताओं के पांव कब्र में लटके रहते हैं, लेकिन संन्यास लेने की घोषणा नहीं करते हैं। इस मामले में नीतीश कुमार ने एक मिसाल कायम किया। हालांकि, नीतीश की घोषणा को लेकर विरोधियों ने हमले तेज कर दिए हैं। बिहार प्रदेश राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि बिहार की जनता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विदाई 10 नवंबर को करने वाली है। इसका उन्हें आभास हो गया है। इसलिए चुनाव में अंतिम वोट मांग रहे हैं।