जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पूर्व राष्ट्रपति व संविधान सभा के अध्यक्ष डा.राजेंद्र प्रसाद की पुण्यतिथि पर कांग्रेस ने उनके योगदान को याद किया। कहा कि देश की बेहतर तरक्की के लिए दिए गए राजेंद्र प्रसाद के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बलवीर सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस सदस्यों ने डा. राजेंद्र प्रसाद के चित्र पर माल्यार्पण किया। कहा कि डा. राजेंद्र प्रसाद ने सदैव देश की हित को लेकर कार्य किया। उन्होंने 18 वर्ष की आयु में 1902 में कलकत्ता विश्वविद्यालय की प्रवेश प्ररीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया। उन्होंने विधि परास्नातक में गोल्ड मेडल प्राप्त किया, बाद में वे वकालत छोड़कर गांधी जी के असहयोग आंदोलन में कूछ पड़े और स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में सम्मिलित हो गए। वर्ष 1934 में वे कांग्रेस के अध्यक्ष बने, फिर से 1939 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के क्रांग्रेस अध्यक्ष पद से त्याग पत्र देने के बाद वे दोबार कांग्रेस के अध्यक्ष बनें। आजादी के बाद अंतरिम सरकार में मंत्री भी बनें, उन्हें संविधान सभा का अध्यक्ष भी बनाया गया, वे गणतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति बनें। उन्होंने हमेशा से ही सादा जीवन उच्च विचार की शैली में अपना जीवन जिया। इस मौके पर गोपाल गुसांई, मनवर सिंह रावत, महावीर नेगी, मनोज रावत, भीमेंद्र सिंह पंवार, राजा आर्य, धीरेंद्र नेगी, कृपाल सिंह, अंकुर केष्टवाल, विजय नेगी, जावेद हुसैन मौजूद रहे।