शहीद मेले के अंतिम दिन दिखा नरेंद्र सिंह नेगी के गीतों का जलवा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : दुगड्डा में आयोजित शहीद मेले का गुरुवार को समापन हो गया। इस दौरान गुरुवार रात नरेंद्र सिंह नेगी व साथी कलाकारों ने अपनी आवाज का जादू दिखाया। नेगी के खुदैण गीतों को सुनकर श्रोताओं की आंखें छलक गई।
मालूम हो कि दुगड्डा में 25 फरवरी से तीन दिवसीय शहीद मेले का आयोजन किया गया था। पहले दिन का शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया था। अंतिम दिन गुरुवार को शाम ंनरेंद्र सिंह नेगी व साथी कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम व लोकगीतों की प्रस्तुति दी गई। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट ने दीप प्रज्जवलित कर किया। उन्होंने क्षेत्रीय जनता को अपनी संस्कृति व सभ्यता के प्रचार-प्रसार के लिए आगे आने की अपील की। कहा कि हमारी संस्कृति ही हमारी पहचान है। सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में भगवान गणेश व शिव की वंदना से किया। मां भगवती श्रृंगार से अपने गीतों के क्रम को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने गीत चल मेरा थौला रे.., द्वी गति बैसाख .. गीत प्रस्तुत किए। दर्शकों की फरमाइश पर उन्होंने मुझको पहाड़ी मत बोलो मैं देहरादून वाला हूं..,सुरमा सरैला.. गीत प्रस्तुत किया। बोडर भटी रौनक क्यू नी आया..,भेना रे बाजारया भेना.., हे दिल्ली वाला द्यूर.., हर्षु मामा व्योंला यनु खुजैदे सहित आदि गीत की प्रस्तुतियां देकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।