जयन्त प्रतिनिधि।
सतपुली : प्रसिद्ध शिक्षक और रामचरित्र मानस तथा गीता के मर्मी विद्वान गणेश प्रसाद धस्माना की पुण्य स्मृति में आयोजित भागवत कथा पुराण के चतुर्थ दिवस की कथा में भगवान के नरसिंह, कपिल बामन, मत्स्य मोहिनी अवतार की कथा का सविस्तर वर्णन किया गया।
मर्यादा पुरषोत्तम राम अवतार में भगवान द्वारा माता शबरी को नवधा भक्ति के ज्ञान की व्याख्या करते हुए भगवताचार्य उमेश पोखरियाल ने कहा कि यदि व्यक्ति ने जीवन में नौ प्रकार की भक्ति में से कोई एक भी हो तो व्यक्ति का कल्याण निश्चित होता है। व्यक्ति को श्रवण, कीर्तन, भजन, जप, तप आदि में ररत होकर कर्म करना चाहिए। इस अवसर पर कथा पूर्व आचार्य रमाकांत बडोला ने मुख्य यजमान के रूप में प्रवेश धस्माना पुत्र गणेश प्रसाद धस्माना ने नित्य पूजन और पितृ तर्पण करवाया। इस अवसर पर मुख्य यजमान के रूप में अनूप धस्माना, विजय धस्माना, अजय धस्माना, अम्बिका, कामेश, चंद्रमोहन रावत, प्रभा देवी, राम सिंह, दीपक बहुगुणा सहित अनेकों लोग उपस्थित रहे।