नई टिहरी : फायर सीजन के दृष्टिगत वनाधिकारियों ने टिहरी वन प्रभाग के डायजर स्थिति क्रू-स्टेशन का निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने वनकर्मियों के साथ गोष्ठी कर वनाग्नि काल में वनाग्नि की घटनाओं को न्यनूतम करने के लिए विभिन्न स्तरों पर गोष्ठी करने के निर्देश दिये। फायर लाइन बनाकर फायर को जंगलों तक जाने को रोकने की रणनीति पर काम करने को निर्देशित किया। गोष्ठी के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल प्रभाग नरेश कुमार व भागीरथी वृत के वन संरक्षक धर्म सिंह मीणा ने कहा कि इस बार वनाग्नि के मानिटरिंग को केंद्रीकृत मानिटरिंग की व्यवस्था की गई है। फारेस्ट मानिटरिंग को एप भी लांच किया गया है। जिसकी मदद से वनाग्नि की घटनाओं व उन पर होने वाली कार्यवाहियों की निगरानी की जायेगी। वन विभाग के वाहनों पर जीपीएस लगाकर भी मानिटरिंग फायर सीजन के दौरान की जायेगी। पानी के भरे वाहनों को साथ रखकर आग लगने वाले क्षेत्रों में आग को रोकने का किया जायेगा। वनाग्नि की घटनाओं को लेकर किसी भी प्रकार का अफवाह न हो। इसके लिए सूचना कंट्रोल रूम से दी जायेगी। मीडिया व सोशल मीडिया कर्मिर्यों के साथ इस दौरान गोष्ठी कर वनाग्नि सूचनाओं को लेकर सटीक जानकारियां साझा की जायेंगी। आग के नियंत्रण को प्रभावी कार्यवाहियों के लिए रेवेन्यू विभाग, वन संरपंचों व स्थानीय लोगों से भी समन्वय किया जायेगा। समन्वय प्रयास से वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए इस बार पुख्ता तंत्र से काम करने का निर्णय लिया गया है। इस मौके पर टिहरी के डीएफओ पुनीत तोमर, एसडीओ रश्मि ध्यानी, एसडीओ जन्मजय चंद रमोला, रेंज आशीष डिमरी, आजम खान, होशियार सिंह विष्ट, लक्ष्मण सिंह सजवाण, आजाद सिंह पंवार, प्रियंका रावत, परमानंद डोभाल आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)