अल्मोड़ा। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को एक बैठक आयोजित कर गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने को एक सियासी षडयंत्र बताते हुए कहा कि इसके माध्यम से सरकार राज्य की अवधारणा व आंदोलनकारियों के सपनों को हमेशा के लिए ध्वस्त करना चाहती है।
इस दौरान पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि उनके लिए गैरसैंण एक स्थान नहीं राज्य की अवधारणा का प्रतीक है। जिसके साथ पिछले 20 वर्षों से लगातार छल किया जा रहा है।पार्टी कार्यकर्ताओं ने बैठक में विचार विमर्श के बाद तय किया कि पार्टी गैरसैंण को राज्य की स्थाई राजधानी बनाने के संघर्ष को जारी रखेगी और गैरसैंण विरोधी शक्तियों से संघर्ष जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि यूपी के मंत्री रहे रमाशंकर कौशिक की अध्यक्षता में बनी पांच स्तरीय मंत्री मंडल समिति एवं नीति आयोग ने भी गैरसैंण को राज्य की राजधानी के लिए उपयुक्त पाया था। राज्य की तमाम अंदोलनकारी शक्तियां व आम जनता गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने के पक्ष में रही हैं। इसके बावजूद देहरादून में स्थाई राजधानी से जुड़े अरबों-खरबों के निर्माण कार्य किये गये और इस गैर कानूनी काम के लिए किसी को दंडित नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि पार्टी राज्य में एक विधानसभा, एक सचिवालय की नीति की पक्षपाती है और गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की हठता का विरोध करती है। इस अवसर पर सचिव आनंदी वर्मा, गोपाल राम, लीला आर्या, राजू गिरि, हीरा देवी, रेशमा परवीन, धीरेंद्र मोहन पंत, किरन आर्या, नारायण राम आदि मौजूद रहे।