हरिद्वार-देहरादून, ऋषिकेश-देहरादून मार्ग को अराष्ट्रीयकृत घोषित किया जाय
कोटद्वार। गढ़वाल मोटर ओनर्स यूनियन लिमिटेड ने प्रदेश सरकार से हरिद्वार-देहरादून (वाया रायवाला), ऋषिकेश-देहरादून (वाया डोईवाला) मार्ग को अराष्ट्रीयकृत घोषित करने की मांग की है। यूनियन के अध्यक्ष ने कहा कि उक्त मार्ग राष्ट्रीयकृत होने के कारण देहरादून कंपनी वाहनों के परमिट में पृष्ठाकिंत नहीं हो रहा है।
यूनियन के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा कि जिस प्रकार पूर्व में फतेहपुर-डेरियाखाल व दुगड्डा-काण्डी मार्ग को अराष्ट्रीयकृत घोषित किया गया था ठीक उसी प्रकार उक्त मार्गों को अराष्ट्रीयकृत घोषित किया जाय। उन्होंने कहा कि शासन की ओर से ठेका/पर्यटक (छोटी एवं बड़ी) वाहनों के अवैध संचालन के संबंध में कंपनी से सूची मांगी गई थी, जो कि कंपनी द्वारा उपलब्ध कराना संभव नहीं है। यह सूची सम्बन्धित संभागीय परिवहन व राज्य परिवहन प्राधिकरण कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है। क्योंकि संबंधित विभाग द्वारा ही छोटे/ठेका पर्यटक वाहनों को पंजीकृत कर परमिट जारी किये जाते है। कंपनी द्वारा केवल कंपनी की बसों के आगे नियम विरूद्ध चलने वाले ठेका/पर्यटक वाहनों की शिकायत संबंधित परिवहन प्राधिकरणों (संभागीय एवं राज्य) को दी जाती है। उन्हीं वाहनों की सूचनी कंपनी द्वारा दी जा सकती है। श्री पटवाल ने कहा कि शासन द्वारा वाहनों का टैक्स 30 जून 2020 तक माफ किया गया है। कोरोना महामारी के कारण कंपनी के वाहन माह मार्च 2020 से संचालन में नहीं है। कंपनी द्वारा समस्त वाहनों के दस्तावेज सहायक संभागीय परिवहन कार्यलयों को सौंपने के संबंध में पूर्व में सूचित किया जा चुका है। वर्तमान में सहायक संभागीय परिवहन कार्यालयों द्वारा बताया गया कि वाहनों के सरेण्डर संबंधी उनके पास कोई आदेश नहीं है और ना ही उनके सॉफ्टवेयर में इस प्रकार का कोई सिस्टम है। जिसमें अपडेट बदलाव की आवश्यकता है, क्योंकि कंपनी द्वारा 30 जून 2020 से पूर्व समस्त वाहनों का सरेण्डर करना है।