कोटद्वार में भारत बन्द का कांग्रेस ने किया आह्वान, व्यापार मण्डल ने कहा व्यापारी खुद ले निर्णय
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। जिला कांग्रेस कमेटी ने कोटद्वार में भारत बन्द का आह्वान किया है। जिला कांग्रेस कमेटी ने समस्त क्षेत्रवासियों, व्यापार मंडल, जीएमओ, टैक्सी यूनियन सहित विभिन्न संगठनों से किसानों के द्वारा भारत बंद के आह्वान को सफल बनाने में सहयोग की अपील की। वहीं व्यापार मंडल के महामंत्री लाजपत राय भाटिया ने बताया कि व्यापार मंडल ने भारत बंद का समर्थन नहीं किया है, लेकिन इसके लिए व्यापारियों को भारत बंद में शामिल होने अथवा नहीं होने का निर्णय स्वयं लेने के लिए स्वतंत्र किया गया है।
गढ़वाल टाकीज स्थित कांग्रेस कार्यालय में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि केन्द्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किसान विरोधी बिल पास कर किसानों के साथ घोर अन्याय किया है। किसान विरोधी बिल पास होने से देश का लाखों किसान कई दिनों से आंदोलन कर रहा है। केन्द्र सरकार वार्ता के नाम पर किसानों को बेवकूफ बना रही है। उन्होंने कहा कि किसान विरोधी बिल को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जायेगा। कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से किसानों के पक्ष में खड़ी है। मोदी सरकार किसानों के खेत, खलिहानों को कारपोरेट घरानों अंबानी, अडानी को गिरवी रखना चाहती है, ताकि किसानों को कंगाल किया जा सके। लेकिन अब किसान जागरूक हो गया है, खेतों में मेहनत करने वाला किसान अब केन्द्र सरकार के बहकावे में नहीं आने वाला है। इस मौके पर जिलाध्यक्ष डा़ चन्द्रमोहन खरक्वाल, महानगर अध्यक्ष संजय मित्तल, यूथ कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष विजय रावत, भाबर मंडल अध्यक्ष भारत सिंह रावत, पार्षद अमित नेगी, सुखपाल शाह, विवेक शाह, राकेश बिष्ट, कविता मित्तल, अनिल रावत, नईम अहमद, सूरज प्रसाद कांति, जगदीश मेहरा, महावीर सिंह रावत, बलवीर सिंह रावत, हेमचंद्र पंवार, जितेन्द्र भाटिया, कृपाल सिंह, पान सिंह रावत, उपेन्द्र सिंह नेगी, राजेन्द्र गुंसाई, राजेन्द्र सिंह असवाल आदि मौजूद थे।
किसानों में समर्थन में आज उपवास पर रहेगें प्रवेश
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव प्रवेश रावत मंगलवार आठ दिसम्बर को किसानों के समर्थन में एक दिवसीय उपवास पर रहेगें। प्रवेश रावत ने कहा कि किसानों के द्वारा आहूत भारत बंद का कांग्रेस पार्टी पूर्ण रूप से समर्थन करती है। मंगलवार को वह किसानों के समर्थन में एक दिवीय उपवास पर तहसील परिसर में वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की प्रतिमा के सम्मुख बैठेगें। उन्होंने केन्द्र सरकार से शीघ्र किसानों की मांगें मानने और काला कानून जो किसानों के खिलाफ है उसे तत्काल वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि किसानों की भावनाओं का सम्मान करते हुए केन्द्र सरकार को कृषि बिल को वापस लेना चाहिए। जिससे देश के अन्नदाता खुशहाल एवं उन्नत खेती कर सके।
प्रदेश के पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने किसान आंदोलन का पूर्णरूप से समर्थन किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के द्वारा लाया गया किसान बिल किसानों के हित में नहीं है। केन्द्र सरकार को उक्त बिल को किसान हित में तत्काल वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के कार्यकाल में किसानों के हित में नीतियां बनाते हुए अनाज के मामले में भारत आत्म निर्भर बन गया था। कांग्रेस सरकारों ने किसानो के हितो को देखते हुए बेहतर व्यवस्थाऐं बनायी थी, लेकिन वर्तमान में केन्द्र सरकार ने कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए कानून बनाया है।
किसान बिल के विरोध में सड़क पर उतरे आप कार्यकर्ता
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कृषि बिल के विरोध में सड़कों पर उतकर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने शहर में जुलूस निकालकर केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने केन्द्र सरकार से तत्काल किसान विरोधी बिल को वापस लेने की मांग की।
सोमवार को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता हिन्दू पंचायती धर्मशाला में एकत्रित हुए। वहां से कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तहसील परिसर में पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने उपजिलधिकारी योगेश मेहरा के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि केंद्र की सरकार किसान-मजदूर और जन विरोधी सरकार है। जब से मोदी सरकार सत्ता में आयी एक के बाद एक जन विरोधी नीतियों को लागू कर जनता को बरगलाने का काम कर रही है। अभी संसद में पारित किया गया काला कानून पूरी तरह से मजदूर किसान विरोधी बिल है। किसानों द्वारा शांतिपूर्वक चलाये जा रहे आंदोलन को केन्द्र सरकार बर्बरतापूर्वक कुचलने का कुत्सित प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि किसानों के हित में तत्काल किसान विरोध बिल को वापस लिया जाय। यदि केन्द्र सरकार ने उक्त बिल को वापस नहीं लिया तो आम आदमी पार्टी सड़कों पर उतरकर केन्द्र सरकार की किसान विरोधी नीति का विरोध करेगी। कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति से केन्द्र सरकार को किसान विरोधी पारित बिल को अविलम्ब वापस लेने हेतु निर्देशित करने की मांग की है। प्रदर्शन करने वालों में प्रदेश उपाध्यक्ष चन्द्र किशोर जखमोला, प्रवेश प्रवक्ता अरविन्द वर्मा, हर्षिता, सुबोध ममगांई, मनोज रावत, अंकित गौड़, कमल किशोर जोशी, राजमोहन नेगी, दीपक शर्मा, प्रदीप, ऊषा चौहान, अनीता नेगी, दिनेश चौहान, रोहित आदि शामिल थे।