कोटद्वार। कोरोना महामारी के बीच भी कोटद्वार में अवैध खनन का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिन-रात नदियों में अवैध खनन चल रहा है। लैंसडौन वन प्रभाग की एसओजी टीम ने देर रात मालन नदी से एक जेसीबी मशीन और अवैध उपखनिज से भरे एक डंपर को सीज किया है।
मालन समेत अन्य नदियों में दिन-रात अवैध खनन का कारोबार खुल्लेआम चल रहा था। अवैध खनन कारियों पुलिस प्रशासन और वन विभाग का कोई भय ही नहीं था। उप जिलाधिकारी कोटद्वार ने पुलिस और वन विभाग को फटकार लगाते हुए अवैध खनन पर रोक लगाने के निर्देश दिये थे। एसडीएम की फटकार के बाद वन विभाग और पुलिस प्रशासन हरकत में आया है। जिसके बाद से विभाग लगातार अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करने में जुटा हुआ है। लैंसडौन प्रभाग के एसओजी प्रभारी अनुराग जुयाल ने बताया कि वन विभाग की ओर से मालन नदी में अवैध खनन को रोकने के लिए नदी किनारे खाई बनाई गई थी। शनिवार देर सांय को शिकायत मिली कि एक जेसीबी मशीन चालक खाई को पाटकर आरक्षित वन क्षेत्र में प्रवेश रहा है। सूचना पर वह टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि जेसीबी चालक से अनुमति पत्र दिखाने को कहा गया, लेकिन वह अनुमति पत्र नहीं दिखा पाया। जिस पर जेसीबी मशीन को कब्जे में लेकर रेंज कार्यालय ले आये। जहां जेसीबी मशीन को सीज कर दिया गया है। वन विभाग की सुसंगत धाराओं में कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि एक डंपर को अवैध उपखनिज से भरे एक डंपर को भी सीज किया गया है। वहीं, मालन नदी में लंबे समय से अवैध खनन की शिकायत मिल रही थी। जिसको लेकर उपजिलाधिकारी ने कार्रवाई करते हुए विगत 12 जून देर रात को 6 ट्रैक्टर-ट्रॉली को सीज किया था। उप जिलाधिकारी की कार्रवाई के बाद वन विभाग और पुलिस प्रशासन हरकत में आया है। (फोटो संलग्न है)