भारत में कोरोना के नए स्ट्रेन से संक्रमित व्यक्तियों की कुल संख्या हुई 38
नई दिल्ली, एजेंसी। ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन मिलने के कारण पूरी दुनिया में दहशत व्याप्त है। इसके बारे में वैज्ञानिकों ने कहा है कि यह 70 फीसद अधिक संक्रामक है। भारत में इस कोरोना वायरस के असर के बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि भारत में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से संक्रमित व्यक्तियों की कुल संख्या 38 है।
दिल्ली सरकार द्वारा ब्रिटेन से लौटे लोगों की पहचान के लिए चलाए जा रहे घर-घर अभियान में कई लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं। जांच के लिए चार लोगों के सैंपल पिछले शुक्रवार को पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी (एनआइवी) और कुछ के सैंपल नेशनल सेंटर फार डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) केंद्र भेजे गए। नए स्ट्रेन के बारे में जिनोम सीक्वेंसिंग से रूप का पता लगाया जाएगा।
ब्रिटेन में सामने आए कोरोना के नए स्ट्रेन के मामले में भारतीय वैज्ञानिकों ने कामयाबी हासिल की है। भारत पहला देश बन गया है जिसने इस स्ट्रेन को प्रयोगशाला में अलग (आइसोलेट) करने में कामयाबी हासिल की है। इंडियन काउंसिल अफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने बताया कि वैज्ञानिकों ने नए स्ट्रेन को कल्चर करने में कामयाबी हासिल की है। कल्चर ऐसी वैज्ञानिक प्रक्रिया है, जिसमें लैब में नियंत्रित परिस्थितियों में कोशिकाओं को विकसित किया जाता है।
उधर, ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव मैट हैनकक (डंजज भ्ंदबवबा)ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस का नया वैरियंट (नया रूप) ब्रिटेन के नए कोरोना स्ट्रेन से ज्यादा खतरनाक और संक्रामक है। उन्होंने कहा कि मैं अविश्वसनीय रूप से दक्षिण अफ्रीकी वैरियंट के बारे में चिंतित हू और इसलिए हमने दक्षिण अफ्रीका से सभी उड़ानों को प्रतिबंधित करने के लिए कार्रवाई की।
ज्ञात हो कि जब तक कोरोना से बचाव के लिए कुछ सटीक दवा या वैक्सीन नहीं मिलती है, तब तक इससे बचने के लिए शारीरिक दूरी के साथ सैनिटाइजर और मास्घ्क का इस्घ्तेमाल करें। सरकारी स्तर से भी इसके पालन के लिए कई बार कहा गया है।