सार्वजनिक शौचालय में गंदगी का अंबार, निगम बना हुआ बेपरवाह
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार में नगर निगम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान को पलीता लगा रहा है। निगम द्वारा संचालित सार्वजनिक शौचालयोें में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। जिससे स्थानीय लोगों के साथ ही यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि सफाई न होने से शौचालय में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। साथ ही दुर्गंध से लोगों का जीना दूभर हो गया है। ऐसे में स्थानीय लोग व यात्री इन शौचालयों का उपयोग नहीं कर रहे है।
नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत लाखों रुपये की लागत से बनाए गए शौचालय बदहाल स्थिति में पहुंच चुके हैं। हालत यह है कि किसी शौचालय में पानी के नल से टोंटी गायब है तो, कहीं गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। शौचालयों की बदहाली के कारण लोग इनका उपयोग नहीं कर रहे है। जिस उद्देश्य से शहर में शौचालय बनाये गये थे वह पूरा होता नहीं दिखाई दे रहा है। शहर के सभी शौचालयों में गंदगी भरी हुई है। जनता को स्वच्छता का संदेश देने वाला नगर निगम शिकायत के बाद भी इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। नगर निगम की ओर से बदरीनाथ मार्ग पर बेस अस्पताल के बाहर, नगर निगम प्रेक्षागृह, कोतवाली के समीप, निगम कार्यालय के सामने सहित अन्य स्थानों पर शौचालय बनाये गये है, जो इन दिनों निगम की लापरवाही के चलते बदहाली के आंसू रो रहे है।
कोटद्वार में नगर पालिका के कार्यकाल के दौरान लगभग 35 लाख रुपये की लागत से पांच से अधिक शौचालयों की मरम्मत कराने के साथ ही कुछ नए शौचालयों का निर्माण करवाया गया था। शुरूआत में इन शौचालयों की व्यवस्था ठीक रही। लेकिन अब देखरेख के अभाव में अधिकांश शौचालयों की स्थिति बदहाल हो चुकी हैं। नगर निगम के प्रेक्षागृह स्थिति शौचालय, नगर निगम कार्यालय के पास बनें शौचालय, बेस अस्पताल के बाहर बनें शौचालय के साथ ही अन्य कई शौचालयों में गंदगी भरी हुई है। यह शौचालय पिछले काफी समय से साफ नहीं कराये गये है। वहीं कई शौचालयों से पानी की टोंटी तक गायब हो गई है। नतीजा पूरे दिन पानी बर्बाद होता रहता है। साथ ही शौचालयों से वासवेसन सहित अन्य सामान भी टूटे हुए हैं। नगर निगम लोगों को सफाई को लेकर जागरूक करता रहता है, लेकिन खुद शौचालयों की सफाई पर ध्यान नहीं दे रहा है। सड़क किनारे बने शौचालयों में दुर्गंध के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शौचालयों में गंदगी के लिए निगम के साथ ही आम लोग भी जिम्मेदार हैं, कई लोग पान व गुटका खाकर जगह-जगह थूक देते हैं। नगर आयुक्त पीएल शाह ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं था। कर्मचारियों को शौचालयों की नियमित सफाई के निर्देश दिये जायेगें। जिस शौचालयों में कमियां होंगी उन्हें दूर कर दिया जाएगा।
बदहाल स्थिति में शौचालय
कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र में राजकीय बेस अस्पताल और नगर निगम के प्रेक्षागृह में सार्वजनिक शौचालय बदहाल पड़ा हुआ है। नगर निगम की ओर से न तो आज तक शौचालय की सफाई की गई है और न ही दवाइयों का छिड़काव हो पाया है। शौचालय से निकलने वाली दुर्गंध से आवाजाही करने वाले राहगीरों व यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही हैं। इन शौचालयों में वॉशवेशन टूटे पड़े हुए है। वहीं गंदगी का अंबार लगा हुआ है। बेस अस्पताल आए दिन आवाजाही करने वाले मरीजों को परेशानी न हो इसके लिए बदरीनाथ मार्ग पर शौचालय का निर्माण किया। नगर निगम ने शौचालय का निर्माण तो कर दिया, लेकिन आज तक साफ-सफाई को लेकर कोई कार्य नहीं किए। स्थानीय लोगों का कहना है कि शौचालय से निकलने वाली दुर्गंध से अस्पताल आने वाले मरीजों, यात्रियों सहित आस पास रहने वाले लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।