पश्चिमी झंडीचौड़ में जगंली सुअर ने फसल को किया बर्बाद
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम कोटद्वार के वार्ड नंबर 37 पश्चिमी झंडीचौड़ में जंगली जानवरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। आये दिन जानवर खेतों में घुसकर फसल को बर्बाद कर रहे है। जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। बीती रात जंगली सुअरों ने खेतों में घुसकर गेहूं, जौ सहित अन्य फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया।
पार्षद सुखपाल शाह ने बताया कि वार्ड नंबर 37 लालढांग रेज, कोटद्वार रेंज व उत्तर प्रदेश की बिजनौर रेंज से सटा हुआ है। पश्चिमी झंडीचौड़ में 90 प्रतिशत से अधिक लोग कृषि से ही अपने परिवार का पालन पोषण करते है, लेकिन पिछले कई सालों से सुअर, हाथी सहित अन्य जगंली जानवर खेतों में घुसकर खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा रहे है। कई बार वन विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में जानकारी देने के बावजूद भी समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है। जिससे लोगों में आक्रोश पनप रहा है। पार्षद सुखपाल शाह ने बताया कि 2003 में तत्कालीन विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी ने सोलर फेंसिंग लाइन लगवाई थी, जिससे जगंली जानवर आबादी की ओर आने से रूक गये थे। लेकिन रखरखाव के अभाव में सोलर फेंसिंग लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है, जिस कारण जगंली जानवर आबादी की ओर रूख कर रहे है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 से हाथी सुरक्षा दीवार की मांग स्थानीय लोग कर रहे है, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। विभाग की ओर से हाथी सुरक्षा दीवार के नाम पर आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं दिया जा रहा है। पार्षद ने बताया कि बीती सोमवार रात को शशि, प्रभा देवी, विनोद सिंह, धर्म सिंह, बलवीर सिंह, पुष्पा देवी, दमयंती देवी आदि की फसल को जंगली सूअरों द्वारा नुकसान पहुंचाया गया। उन्होंने वन विभाग इन परिवारों को तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने, रात्रि गश्त बढ़ाने, जंगल से सटे हुए परिवारों को गांधी बंदूक व पटाखे वितरित करने की मांग की है।