बंदी रक्षकों ने मिलकर एक बंदी की बेरहमी से पिटाई की
हरिद्वार। जिला कारागार में बंदी रक्षकों ने मिलकर एक बंदी की बेरहमी से पिटाई कर दी। पीड़ित के पिता की शिकायत पर पुलिस ने पांच बंदी रक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं आइजी जेल एपी अंशुमान ने भी जांच के निर्देश दिए हैं।
पुलिस के मुताबिक लक्सर के मखियाली खुर्द गांव निवासी दो भाई जुनैद व सुहेब पोक्सो एक्ट के मुकदमे में जिला कारागार में बंद हैं। आरोप है कि जेल के पांच बंदी रक्षकों ने मिलकर लाठी डंडों व लात-घूंसों से जुनेद की पिटाई की। इसमें वह घायल हो गया। जेल में ही उसका मेडिकल कराया गया है। जुनेद के पिता 13 जनवरी को अपने बेटों से मिलने जेल पहुंचे तो घटना का पता चला। तब पिता ने कोर्ट के साथ-साथ पुलिस से शिकायत कर कार्रवाई की गुहार लगाई। मंगलवार को सिडकुल थाने में आरोपित बंदीरक्षक देवेंद्र रावत, मुकेश चौहान, कुलदीप सिंह, रोशन सिंह व पुष्पेंद्र सिंह प्रथम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। सिडकुल थानाध्यक्ष लखपत सिंह बुटोला ने बताया कि तहरीर के आधार पर बंदी रक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, प्रभारी जेल अधीक्षक एसएम सिंह का कहना है कि जेल में खाने को लेकर बंदी और बंदी रक्षकों के बीच विवाद हुआ था। खाना बंटने के बाद बंदी जुनेद खाना लेने आया था। बंदी रक्षकों ने देरी का कारण पूछा। इसी बात को लेकर विवाद हुआ और बंदी रक्षकों ने उसकी पिटाई कर दी। पूरे मामले की रिपोर्ट आइजी जेल को भेज दी गई है।
साजिश के तहत पिटाई का आरोप
हरिद्वारº परिवार का आरोप है कि साजिश के तहत उनके बेटे की जेल में पिटाई कराते हुए जान से मारने का प्रयास किया गया है। पिटाई से जुनेद की बांई आंख सूजी हुई है, दाहिने कान में भी चोट है। इसलिए कान से भी सुनाई नहीं दे रहा है। जेल में बंदी और बंदी रक्षकों के बीच विवाद का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कैदियों और बंदी रक्षकों के बीच विवाद हो चुके हैं। साल 2019 में बंदी रक्षकों का कुख्यात जीवा के शूटर शाहरुख व मुजाहिद से भी झगड़ा हुआ था। जिसके बाद बंदी रक्षकों ने जेल प्रशासन के खिलाफ भी मोर्चा खोल लिया था। बंदी रक्षक इकट्ठा होकर तत्कालीन जिलाधिकारी दीपक रावत से मिलने जा पहुंचे थे।