सरकार पर लगाया बेटियों की उपेक्षा का आरोप
नहीं मिल रहा योजनाओं का लाभ, नारों तक सीमित है सरकार
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। विकासखंड पोखड़ा के पूर्व प्रमुख सुरेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश सरकार पर बेटियों की उपेक्षा का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ नारे तक ही सीमित है। धरातल पर बेटियों को नंदा गौरा देवी कन्याधन योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। पूर्व प्रमुख रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को चार वर्ष बाद भी लाभांश नहीं दिया गया है।
गुरुवार को विकासखंड पोखड़ा के पूर्व प्रमुख सुरेंद्र सिंह रावत मुख्यालय पौड़ी पहुंचे। यहां अनौपचारिक बातचीत में पूर्व प्रमुख रावत ने कहा कि वर्ष 2017 में प्रदेश सरकार ने समाज कल्याण विभाग द्वारा दी जाने वाली गौरा देवी कन्याधन योजना का नाम बदलने के साथ ही विभाग भी बदल दिया। सरकार ने योजना का नाम नंदा गौरा देवी कन्याधन योजना रखा। योजना का लाभ बेटियों तक पहुंचाने के लिए महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग को जिम्मेदारी दे दी। लेकिन इस प्रक्रिया में पूरा वर्ष गुजर गया। जिससे वर्ष 2017 की लाभार्थी बेटियों को योजना का लाभ पूरे प्रदेश में नहीं मिल पाया। सुरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि वर्ष 2016-17 में प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए सर्वेक्षण हुआ। जिसमें ब्लाक पोखड़ा के 114 लाभार्थी चयनित हुए। लेकिन आज तक इन लाभार्थियों को लाभांश का भुगतान नहीं किया गया है। उन्होंने एकेश्वर में स्थानीय विधायक व प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा कोरोना वॉरियर्स सम्मान समारोह में शिरकत किए जाने को सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास करार दिया। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में उन्होंने क्षेत्र में कोई कार्य नहीं किया। बल्कि सरकार में मंत्री रहते हुए विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल की समस्याओं के समाधान को लेकर एक भी समीक्षा बैठक आयोजित तक नहीं की।