उच्च कोटि के बगीचे नहीं दिए जाएंगे लीज पर
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। प्रदेश के कृषि व उद्यान मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि प्रदेश में बागवानी को बढ़ावा देने के लिए बगीचों को ए, बी व सी तीन श्रेणियों में बांटा गया है। एक श्रेणी के बगीचों का संचालन उद्यान विभाग करेगा। बी व सी श्रेणी के बगीचों को लघु व दीर्घकाल के लिए लीज पर दिया जाएगा। उन्होेंने कहा कि प्रदेश में बागवानी की संभावनाओं को देखते हुए प्रदेश सरकार प्रत्येक जनपद में सघन खेती, जड़ी-बूटी व चाय के बगीचे तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले दो-तीन वर्षों में इसके बेहतर परिणाम हमारे सामने होंगे।
प्रदेश के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने बृहस्पतिवार शाम राजकीय उद्यान खिर्सू का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राजकीय उद्यान खिर्सू 8 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला है। इस उद्यान को बागवानी पर्यटन का हब बनाए जाने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। यहां सेब की मातृ पौध प्रखंड बनाई जा रही है। प्रखंड में फरवरी से सघन बागवानी के लिए सेब की क्लोनल रुट स्टॉक आधारित 10 प्रजातियां तैयार की जाएंगी। कृषि मंत्री ने उद्यान में पानी की कमी को देखते हुए कृषि विभाग को दो टैंक बनाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने पुराने, रोगग्रस्त पेड़ों के पातन के निर्देश भी दिए। साथ ही उद्यान में अखरोट की क्राफ्ट व कीवी का मातृ प्रखंड भी तैयार किया जाएगा। जिसमें जलवायु परिवर्तन का विशेष ध्यान दिया जाएगा। जिला उद्यान अधिकारी डा. नरेंद्र कुमार ने बताया कि खिर्सू उद्यान में 400 कीवी की विभिन्न प्रजाति की पौध लगाई जा रही है। अखरोट के 200 पौधे रोपे जा रहे हैं। साथ ही 2500 क्लोनल रुट स्टॉक सेब की विभिन्न प्रजातियां रोपी जाएंगी। उन्होंने बताया कि उद्यान में ट्यूलिप गार्डन भी तैयार किया रहा है। उद्यान में 10 नाली भूमि पर केसर के वल्ब रोपे जाएंगे। इस दौरान अपर निदेशक कृषि डॉ. परमाराम, संयुक्त निदेशक उद्यान डॉ. रतन कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी देवेंद्र सिंह राणा, एडीएओ उद्यान डॉ. अंकित गुप्ता, पंकज स्वरुप रतूड़ी, धनवीर पंवार आदि मौजूद रहे।