महात्मा गांधी के विचारों व आदर्शों को आत्मसात करें
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। गढ़वाल सर्वोदय मंडल कोटद्वार के तत्वाधान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धाजंलि दी गई। कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि आज के इस दौर में गांधीवाद की प्रासंगिकता और अधिक बढ़ गई है। उन्होंने गांधी के विचारों, आदर्शों को आत्मसात करने की बात कही। हमें गांधी के बताए सत्य और अहिंसा के रास्ते का अनुसरण करना चाहिए। इसी रास्ते पर चलकर ही हमारा राष्ट्र और विश्व समुदाय सुख और शांति को प्राप्त कर सकता है। सर्वोदय सेविका शशि प्रभा रावत ने कहा कि सरलता, सादगी, ईमानदारी, पारदर्शिता, फिजूल खर्ची पर रोक, सर्वधर्म समभाव, मानव-मानव एक समान एक ईश्वर की सब संतान जैसे गांधी मूल्यों को अपने जीवन मे उतारना चाहिए।
तहसील परिसर में सर्वोदय मंडल के सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखकर महात्मा गांधी को श्रद्धाजंलि दी। तत्पश्चात गांधी के प्रिय भजन “वैष्णव जन तो तेने कहिये जो पीड़ पराई जाने रे” व रघुपति राघव राजा राम आदि भजन गाये। इस अवसर पर सर्वोदय सेविका शशि प्रभा ने कहा कि भौतिक चकाचौंध के युग में भी सादा जीवन उच्च विचार की सार्थकता एवं उनके द्वारा जीवन जीने की प्रासंगिकता आज भी मानव हित में उपयोगी है। चक्रधन शर्मा कमलेश ने कहा कि गांधी के स्वराज को स्वालंबी एवं ग्राम स्वराज की आवधारणा को जमीन पर उतारने हेतु सार्थक कदम उठाने होगें। सत्यप्रकाश थपलियाल ने कहा कि गांधी के नि:स्वार्थ भाव से देश, समाज सेवा को ईश्वर की सच्ची पूजा माना है, यही एक मात्र उपाय है जो कि समाज में सर्वधर्म सम्भाव एवं मानव कल्याण की भवना को चरितार्थ करता है। सुरेन्द्र लाल आर्य ने कहा कि गांधी के उच्च विचारों को आत्मसात करते हुए समता मूलक समाजोत्थान के क्षेत्र में अपना सहयोग देना चाहिए। इस मौके पर डॉ. शील सौरभ रावत, मंजू रावत, गणेश तड़ियाल, प्रवेश नवानी, विनय रावत, नेत्र सिंह रावत, दिवांशी रावत, राजेन्द्र सिंह नेगी, राकेश अग्रवाल, गोविन्द डंडरियाल, अशोक घिल्डियाल, कैप्टन (रिटायर) पीएल खंतवाल आदि मौजूद थे।