संचार सेवा से वंचित 3 हजार की आबादी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। जयहरीखाल ब्लॉक की ग्राम सभा कोलगाड़, पैनलगांव, बुधगांव व पीपलचौड़ क्षेत्र में मोबाइल फोन खिलौने के समान है। इस सदी में भी यहां के लोगों के लिए दूूरसंचार और इंटरनेट सुविधा दूर की कौड़ी है। क्षेत्र की तीन 10 हजार से अधिक आबादी संचार सेवा से पूरी तरह वंचित है। संचार सेवा से वंचित ग्रामीण लंबे समय से क्षेत्र में बीएसएनएल का टावर लगाने की मांग उठाते आ रहे हैं। इसे लेकर शासन-प्रशासन और दूरसंचार कंपनी से लगातार पत्राचार कर रहे हैं, लेकिन अब तक सुध नहीं ली गई है। जनसेवा मंच लैंसडौन ने जिलाधिकारी के माध्यम से सूचना प्रोद्योगिकी मंत्री भारत सरकार को ज्ञापन भेजकर संचार सेवा उपलब्ध कराने की मांग की है।
विकासखंड जयरीखाल की ग्राम सभा कोलगाड़, पैनलगांव, बुधगांव व पीपलचौड़ के दर्जनों में गांवों में आज भी दूरसंचार सेवा नहीं पहुंच पाई है। इन ग्राम सभाओं की 3 हजार से अधिक आबादी के लिए मोबाइल फोन आदि दूरसंचार उपकरण शोपीस की वस्तु बने हैं। यहां के लोगों को एक-दूसरे से संचार संपर्क साधने के लिए कई किमी दूर नेटवर्क वाले इलाके की दौड़ लगानी पड़ती है। जनसेवा मंच लैंसडौन के संयोजक मनोज दास ने कहा कि दूर संचार क्रांति के इस युग में भी जनपद पौड़ी गढ़वाल के जयहरीखाल ब्लॉक की ग्राम सभा कोलगाड़, पैनलगांव, बुधगांव व पीपलचौड़ के कई गांव आज भी दूरभाष जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित है। हालांकि ब्लॉक में अनेकों दूरसंचार कंपनियां मोबाईल सेवायें दे रही है, लेकिन ये क्षेत्र उनकी रेंज में शामिल नहीं है। इस क्षेत्र में लैंडलाइन या अन्य माध्यम से कभी भी दूरभाष सेवा संचालित नहीं हुई। जबकि इस क्षेत्र में तीन हजार से अधिक आबादी निवास करती है। उन्होंने कहा कि मूलभूत सुविधाओं के अभाव में इस क्षेत्र से लगातार पलायन हो रहा है। एक ओर से सरकार पलायन रोकने के दावे कर रही है, वहीं गांवों में मूलभूत सुविधायें देने में नाकाम नहीं है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लोग कई वर्षों से सरकार व विभाग से मोबाइल सेवा की मांग कर रहे है, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे लोग अपने को ठगा हुआ महसूस कर रहे है।