तिहाड़ जेल से पैरोल पर पौड़ी गढ़वाल अपने गांव आये वीरेन्द्र सिंह को उसके ही भाई ने उतारा मौत के घाट
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। पौड़ी गढ़वाल की तहसील धुमाकोट के एक गांव में दिल्ली तिहाड़ जेल से पैरोल पर घर आये एक व्यक्ति को उसके भाई ने ही पत्थर मारकर मौत के घाट उतार दिया। कोतवाली धुमाकोट पुलिस के अनुसार लॉकडाउन के दौरान दिल्ली तिहाड़ जेल से पैरोल पर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम भरतपुर गौलीखाल निवासी वीरेन्द्र सिंह नेगी अपने गांव आ गया था। बीती 25 फरवरी को तिहाड़ जेल से पैरोल पर आये वीरेन्द्र्र ंसह की अपने भाई अनूप सिंह से किसी बात पर विवाद हो गया, जिस पर उसके भाई अनूप सिंह ने उसके सिर में पत्थर मार दिया। पत्थर लगने के बाद वीरेन्द्र आंगन में ही बेहोश होकर गिर गया, जिसे अनूप सिंह ने उठाकर गांव के रास्ते में फेंक दिया। जहां वीरेन्द्र सिंह की मौत हो गई।
गत गुरूवार को कुमारी हिमानी पुत्री वीरेन्द्र सिंह नेगी निवासी ग्राम भरतपुर गौलीखाल ने थाना धुमाकोट में तहरीर दर्ज कराई कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा 25 फरवरी की रात में मेरे पिताजी पर किसी ठोस चीज से वार कर उनकी हत्या कर दी है। धुमाकोट पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। प्रभारी निरीक्षक धुमाकोट विनय कुमार तत्काल पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर घटना के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त कर जांच शुरू की। पुलिस टीम ने शनिवार को अभियुक्त अनूप सिंह को उसके निवास स्थान भरतपुर, गोलीखाल से हत्या में प्रयुक्त सामान के साथ गिरफ्तार किया। अभियुक्त अनूप सिंह ने पुलिस पूछताछ में बताया कि मेरा भाई दिल्ली जेल से लॉकडाउन के दौरान पैरोल पर गांव आया था। रात को मेरे और मेरे भाई वीरेन्द्र सिंह नेगी के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गयी, जिस पर मैंने पत्थर से उसके सिर पर वार किया, जिससे वह घर के आगंन में गिरकर बेहोश हो गया। उसक बाद मैंने अपने भाई को बेहोशी की हालत में घर के आगंन से खींचकर गांव के रास्ते पर डाल दिया, जहां पर उसकी मृत्यु हो गयी। अभियुक्त के अन्य आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। प्रभारी निरीक्षक धुमाकोट विनय कुमार ने बताया कि अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। घटनास्थल से पत्थर, मिट्टी, खून से रंगे कपड़े बरामद किये गये है। घटनास्थल से साक्ष्य एकत्रित किये है। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक विनय कुमार, कांस्टेबल मुकेश, दीपक आदि शामिल थे।