महाधिवक्ता एसएन बाबूलकर ने किया माता सीता मंदिर का निरीक्षण
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। एसएन बाबूलकर महाधिवक्ता (एडवोकेट जनरल) मा. उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड नैनीताल/अध्यक्ष माता सीता लोक न्यास ने जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे एवं संबंधित अधिकारियों के साथ माता सीता मंदिर का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने फलस्वाड़ी में माता सीता मंदिर में पूजा-अर्चना कर स्थानीय लोगों के साथ बातचीत की।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने सर्वप्रथम देवल स्थित लक्ष्मण मंदिर में पूजा-अर्चना कर मंदिर के संबंध में जानकारी प्राप्त की। ग्रामवासी श्रीमती हेमलता भट्ट ने मंदिर तथा परिसर में स्थित कीर्तन कक्ष आदि के संबंध में भी जानकारी दी। स्थलीय निरीक्षण के दौरान उन्होंने कोसाड़ा स्थित वाल्मिकी मंदिर, फलस्वाड़ी में लगने वाले मेले के अवसर पर चढ़ाये जाने वाले स्थानीय घास के उदगम स्थल के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। अध्यक्ष ‘‘माता सीता लोक न्यास‘‘ एसएन बाबूलकर ने कहा कि सीता सर्किट को लेकर वे आज यहां पर जानकारी प्राप्त करने आये हैं और जानकारी प्राप्त कार्य योजना बनाकर शासन को प्रेषित किया जायेगा। उन्होंने गावंवासियों से कहा कि कार्ययोजना को तैयार करने में अपना सहयोग, सुझाव देते रहें, देहरादून, पौड़ी और फलस्वाड़ी में भी बैठक आयोजित की जायेंगी।
पौड़ी विधायक मुकेश कोली ने कहा कि हमारे क्षेत्र में मनसार मेले का आयोजन किया जाता है, फलस्वाड़ी में माता सीता मंदिर है, जहां पर माता सीता ने भूसमाधि ली थी, जिसको विकसित किया जाना चाहिए। इस अवसर जिलाधिकारी ने कहा कि माता सीता लोक न्यास ट्रस्ट के गठन की कार्यवाही कर दी गई है, जिसकी आज पहली बैठक पौड़ी में आयोजित की गई। अन्य औपचारिकताएं भी पूर्ण कर दी जायेंगी। उन्होंने कहा कि पहली औपचारिकता मंदिर परिसर के लिए भूमि सर्वेक्षण की है, जिसके लिए पूर्व में बैठक में कुछ सुझाव आये हैं। मंदिर परिसर में विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए वृहद स्तर पर भूमि की आवश्यकता होगी और यह कार्य आपके सहयोग से ही बहुत जल्द पूर्ण हो पायेगा। उन्होंने कहा कि प्राचीन गढ़वाली शैली के अनुरूप निर्माण कार्य पर सहमति बनी है। पूरे देश में यह एक आलौकिक भव्य मंदिर कोट ब्लॉक में बनेगा यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। इस मौके पर ब्लॉक प्रमुख कोट पूर्णिमा नेगी, प्रधान रीना, उपजिलाधिकारी एसएस राणा, मुख्य कोषाधिकारी लखेन्द्र गौंथियाल, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, संस्कृति विभाग से प्रेमचन्द ध्यानी, मण्डल अध्यक्ष कोट अनिल गुसांई, सांसद प्रतिनिधि संजय बलूनी सहित राजेन्द्र प्रसाद कोठारी, सुबोध नोटियाल आदि संबंधित अधिकारी मौजूद थे।